रांचीः जिले के सुदूर इलाके में बसा केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड अपने स्थापना के दस साल बाद भी विवादों के घेरे में बना हुआ है. कथित तौर पर नियुक्ति में अनियमितताओं के मामले को लेकर चर्चा में रहने वाला सीयूजे ने अनूठा उदाहरण पेश किया है. वाक्या शुक्रवार को शुरू हुए 8 दिन के स्टूडेंट्स इंडक्शन प्रोग्राम से जुड़ा है, जिसमें यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर नंद कुमार यादव इंदु की पत्नी रोमा यादव को विशेष अतिथि बनाया गया.
पहले भी कई कार्यक्रमों में कर चुकी हैं शिरकत
वर्ष 2019 के सत्र में विश्वविद्यालय में प्रवेश लिए छात्र-छात्राओं के लिए आठ दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम चलाया जा रहा है. प्रोग्राम के पहले दिन उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति की पत्नी रोमा यादव को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. रोमा यादव बिहार के भागलपुर में गायनोकोलॉजिस्ट हैं. जानकारी के अनुसार यह पहली दफा नहीं है, जब वीसी की पत्नी यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में बतौर अतिथि हिस्सा ले रही हों. पहले भी कई कार्यक्रमों में रोमा यादव विश्वविद्यालय में बतौर विशेष अतिथि आ चुकी हैं और सक्रिय रुप से शामिल रहीं हैं. इस मुद्दे पर सवाल उठने लगे हैं.
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30 मिनट का संबोधन
8 दिनों तक चलने वाले इस इंडक्शन प्रोग्राम में छात्र-छात्राओं को पहले दिन वाइस चांसलर और उनकी पत्नी ने संबोधित किया. हैरत की बात यह है कि कार्यक्रम के प्रथम सत्र में जहां विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू, डीन एकेडमिक्स, चीफ प्रॉक्टर और रजिस्ट्रार को बोलने का 15-15 मिनट दिया गया. वहीं, वाइस चांसलर की पत्नी और विशेष अतिथि के रूप में आई रोमा यादव को 30 मिनट का समय दिया गया.
यह पहला मौका नहीं है जब सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड की कार्यशैली के ऊपर सवाल खड़े हो रहे हैं. अपने स्थापना के बाद से ही विश्वविद्यालय में नियुक्ति में अनियमितता का तथाकथित मामला हमेशा विवादों में रहा है.
इंडक्शन प्रोग्राम का समापन 27 सितंबर को
शुक्रवार से शुरु हुए इंडक्शन प्रोग्राम का समापन 27 सितंबर को होगा, जिसमें केंद्रीय सूचना आयोग के निदेशक केपी श्रेयस्कर गुड गवर्नेंस और ट्रांसपेरेंसी के बारे में छात्र-छात्राओं को लेक्चर देंगे.