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गबन के आरोप में CRPF अधिकारी गिरफ्तार, आईजी के फर्जी हस्ताक्षर कर निकाले थे 19.50 लाख रुपए

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Published : Sep 21, 2019, 9:04 AM IST

नगड़ी से पुलिस ने सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट संतोष कुमार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अधिकारी पर सीआरपीएफ आईजी की फर्जी हस्ताक्षर कर 19.50 लाख रुपए विभागीय गबन के आरोप है. अदालत ने आरोपी के घर की तालाशी लेने के आदेश दिए हैं.

अधिकारी गिरफ्तार

रांची: सीआरपीएफ आईजी संजय लाटकर के फर्जी हस्ताक्षर कर विभागीय गबन के आरोप में आईजी के निजी सचिव को रांची की नगड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 19.50 लाख रुपये के गबन मामले में सीआरपीएफ के अधिकारियों ने रांची के नगड़ी थाना में मामला दर्ज करवाया था.

क्या है पूरा मामला
सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट संतोष कुमार को गबन के एक मामले में नगड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सहायक कमांडेंट संतोष कुमार पर 19.50 लाख रुपए गबन करने का आरोप है. इस मामले में उन पर नगड़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. शुक्रवार को पुलिस ने अदालत से उनके खिलाफ सर्च वारंट भी हासिल किया. संतोष कुमार सीआरपीएफ झारखंड सेक्टर के आईजी संजय लाटकर के पीए भी हैं.

ये भी देखें- राज्य सरकार को झारखंड हाई कोर्ट से मिली बड़ी राहत, अदालत ने सरकार की स्थानीय नीति को ठहराया सही

क्या है एफआईआर में
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार आरोपी सीआरपीएफ अधिकारी झारखंड में प्रतिनियुक्ति पर हैं. दिल्ली स्थित सीआरपीएफ निदेशालय से आने वाले एसएस फंड से 19.50 लाख रुपए का गबन किया है. उन्होंने सरकारी चेक बुक गायब किया. उसके बाद जब भी एसएस फंड का पैसा आता था, चेक पर आईजी का फर्जी हस्ताक्षर कर खाते से पैसा निकाल लेता था. आरोपी रशियन हॉस्टल में रहता है. जांच अधिकारी उनके आवास का सर्च करेंगे. अदालत ने जांच पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सर्च के दौरान जो भी दस्तावेज और संपत्ति बरामद होगी उसकी जानकारी अदालत को अति शीघ्र दें.

रांची: सीआरपीएफ आईजी संजय लाटकर के फर्जी हस्ताक्षर कर विभागीय गबन के आरोप में आईजी के निजी सचिव को रांची की नगड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 19.50 लाख रुपये के गबन मामले में सीआरपीएफ के अधिकारियों ने रांची के नगड़ी थाना में मामला दर्ज करवाया था.

क्या है पूरा मामला
सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट संतोष कुमार को गबन के एक मामले में नगड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सहायक कमांडेंट संतोष कुमार पर 19.50 लाख रुपए गबन करने का आरोप है. इस मामले में उन पर नगड़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. शुक्रवार को पुलिस ने अदालत से उनके खिलाफ सर्च वारंट भी हासिल किया. संतोष कुमार सीआरपीएफ झारखंड सेक्टर के आईजी संजय लाटकर के पीए भी हैं.

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क्या है एफआईआर में
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार आरोपी सीआरपीएफ अधिकारी झारखंड में प्रतिनियुक्ति पर हैं. दिल्ली स्थित सीआरपीएफ निदेशालय से आने वाले एसएस फंड से 19.50 लाख रुपए का गबन किया है. उन्होंने सरकारी चेक बुक गायब किया. उसके बाद जब भी एसएस फंड का पैसा आता था, चेक पर आईजी का फर्जी हस्ताक्षर कर खाते से पैसा निकाल लेता था. आरोपी रशियन हॉस्टल में रहता है. जांच अधिकारी उनके आवास का सर्च करेंगे. अदालत ने जांच पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सर्च के दौरान जो भी दस्तावेज और संपत्ति बरामद होगी उसकी जानकारी अदालत को अति शीघ्र दें.

Intro:सीआरपीएफ आईजी संजय लाटकर का फर्जी हस्ताक्षर कर विभागीय गबन के आरोप में आईजी के निजी सचिव को राँची के नगड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।19.50 लाख रुपये गबन मामले में सीआरपीएफ के अधिकारियो ने रांची के नगड़ी थाना में मामला दर्ज करवाया था।


क्या है पूरा मामला 


सीआरपीफ के डिप्टी कमांडेंट संतोष कुमार को गबन के एक मामले में नगड़ी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सहायक कमाडेंट संतोष कुमार पर 19.50 लाख रुपए गबन करने का आरोप है। इस मामले में उन पर नगड़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। शुक्रवार को पुलिस ने अदालत से उनके खिलाफ सर्च वारंट भी हासिल किया। संतोष कुमार सीआरपीएफ झारखंड सेक्टर के आईजी संजय लाटकर के पीए भी हैं।


क्या है एफआईआर में 


दर्ज प्राथमिकी के अनुसार आरोपी सीआरपीएफ अधिकारी झारखंड में प्रतिनियुक्ति पर हैं। दिल्ली स्थित सीआरपीएफ निदेशालय से आने वाले एसएस फंड में 19.50 लाख रुपये का गबन किया। उसने सरकारी चेक बुक गायब किया। इसके बाद जब भी एसएस फंड का पैसा आता था, चेक पर आईजी का फर्जी हस्ताक्षर कर खाते से पैसा निकाल लेता था। आरोपी रसियन हॉस्टल में रहता है। जांच अधिकारी वहां उसके आवास का सर्च करेंगे। अदालत ने जांच पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि सर्च के दौरान जो भी दस्तावेज और संपत्ति बरामद होगी उसकी जानकारी अदालत को अति शीघ्र करा देंगेBody:1Conclusion:2

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