रांची: बंगाल की खाड़ी से उठे यास चक्रवात का रांची जिले के किसानों पर व्यापक असर पड़ा है. पिछले 36 घंटों से रूक-रूक कर हो रही बारिश और जलजमाव से खेतों में लगी फसल चौपट हो गई है.
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किसानों के मुताबिक चक्रवात के कारण उनकी फसलों को काफी नुकसान हुआ है, जिसे उन्हें भारी आर्थिक क्षति हुई है. उनके मुताबिक पहले लॉकडाउन के कारण बाजार में सब्जियों की कीमत नहीं मिल रही थी, अब रही सही कसर चक्रवात ने पूरी कर दी है. किसानों ने बताया कि वे लॉकडाउन में कीमत न मिलने के कारण लौकी, खीरा, टमाटर, बैंगन पत्तागोभी, फूलगोभी जैसी फसलों को खेतों में छोड़ दिया था. लॉकडाउन के बाद के बाद बाजार खुलने और फसलों की अच्छी कीमत मिलने की संभावना थी लेकिन 36 घंटे की लगातार बारिश ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
सरकार से मुआवजे की मांग
फसल बर्बाद होने पर किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा पिछले महीने लैंपस में बेचे गए धान की कीमत अब तक नहीं मिली है, वे आर्थिक रूप से कमजोर हो गए है. ऐसे में सरकार क्षति का आकलन कर उन्हे विशेष पैकेज के तहत मुआवजा दे नहीं तो वे खुदकुशी कर लेंगे.