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5 मिनट की भी देरी होती तो हो जाता मासूम की हत्या, अपराधी बना चुका था कत्ल का इरादा

शुक्रवार को अरगोड़ा थाना से एक मासूम का अपहरण (Kidnapping of innocent in Ranchi) किया. लेकिन पुलिस ने दो घंटे के भीतर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस की पूछताछ में अपराधी ने बताया कि पांच मिनट देर होता तो उसकी हत्या कर देता.

criminal wanted to kill innocent in Ranchi
5 मिनट की भी देरी होती तो हो जाता मासूम की हत्या
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Published : Oct 22, 2022, 10:16 PM IST

रांचीः अरगोड़ा इलाके से शुक्रवार को पुलिस की तत्परता से अपहरण के दो घंटे बाद ही अपहरणकर्ता के चुंगल से मुक्त करवाई गई. इन अपहरणकर्ता ने दो साल की मासूम रिधिका (Kidnapping of innocent in Ranchi) की हत्या की प्लानिंग कर ली गई थी. लेकिन पुलिस मौके पर पहुंची, जिससे अपहरण करने वालों ने रिधिका की हत्या नहीं कर पाया. रिधिका के अपहरण मामले में गिरफ्तार शंभू शरण ने पुलिस के सामने यह खुलासा किया है. गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि मात्र पांच मिनट में उसकी हत्या कर देता.

यह भी पढ़ेंः दो साल की बच्ची को चुरा कर बिहार भाग रहा था चोर, पुलिस ने दबोचा

गिरफ्तार शंभू शरण ने पुलिस के सामने यह खुलासा किया है कि बच्चे को गायब करने के बाद अपने घर ले कर चला गया था. घर ले जाने के बाद उसे कमरे में बंद कर बाहर निकला, ताकि बाहर की गतिविधि जान सके. मोहल्ले में घूमते हुए एक पुलिस वाला दिखाई दिया, जिसे पूछा कि क्या बात है कोई कांड हुआ है. शंभू की बात सुनकर पुलिस वाले ने घटना की जानकारी दी, जिसे पुलिसकर्मी ढूंढ रहे हैं. पुलिस की एक्टिव की वजह से शंभू डर गया और आनन-फानन में अपने घर पहुंचा और मासूम की हत्या करने की योजना बनाने लगा. इस दौरान एक बड़ी कैंची का इंतजाम किया, जिसकी मदद से बच्ची को मारने वाला था. इससे पहले कि वह बच्ची को मारता अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार और उनकी टीम उसके घर पहुंच गई, जिससे मासूम को सकुशल बरामद कर किया गया.


शंभू शरण यह जान गया था कि पुलिस उसे पहचान चुकी है. ऐसे में वह बच्ची को मार कर उसी घर में दफनाकर बिहार भागने की तैयारी कर रहा था. लेकिन पुलिस की सतर्कता की वजह से वह अपने इरादों में कामयाब नहीं हो पाया.


दरअसल, शुक्रवार की दोपहर अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार को फोन पर यह जानकारी दी गई कि अरगोड़ा इलाके के ढेला टोली से दो साल की मासूम बच्ची रिधिका को अगवा कर लिया गया है. मासूम रिधिका के पिता रणधीर कुमार मंडल अपने पड़ोसियों के साथ अरगोड़ा थाने भी पहुंचे. मामले की गंभीरता को देखते हुए अरगोड़ा पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई. शहर के सभी थानों में रिधिका की तस्वीर भेज कर सबसे पहले उसकी तलाश शुरू की. इसके साथ ही स्टेशन और बस स्टैंड पर पुलिस को अलर्ट किया गया. इसी बीच ढेला टोली के कुछ घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस ने खंगालना शुरू किया. सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति के द्वारा बच्ची को गोद में उठाकर ले जाते हुए देखा गया. पहचान कराने पर वह बच्ची के पड़ोस में ही रहने वाला युवक शम्भू शरण शर्मा निकला. आनन-फानन में पुलिस की टीम जब शंभू शरण शर्मा के घर पहुंची तब वह भागने की कोशिश कर रहा था.


गिरफ्तार आरोपी शंभू शरण बिहार के नवादा जिले का रहने वाला है. वह कई दिनों से ताक में था कि बच्ची को उठा सके. शुक्रवार की दोपहर जब बच्ची घर के बाहर खेल रही थी. इसी दौरान मौका मिला और उसने बच्ची को उठा लिया और अपने घर में ले जाकर छुपा दिया. पुलिस के पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि वह नवादा से आकर रांची में किराए के मकान में रहा करता था और यहां टेंट लगाकर यौन शक्ति बढ़ाने के लिए जड़ी-बूटी बेचा करता था.

रांचीः अरगोड़ा इलाके से शुक्रवार को पुलिस की तत्परता से अपहरण के दो घंटे बाद ही अपहरणकर्ता के चुंगल से मुक्त करवाई गई. इन अपहरणकर्ता ने दो साल की मासूम रिधिका (Kidnapping of innocent in Ranchi) की हत्या की प्लानिंग कर ली गई थी. लेकिन पुलिस मौके पर पहुंची, जिससे अपहरण करने वालों ने रिधिका की हत्या नहीं कर पाया. रिधिका के अपहरण मामले में गिरफ्तार शंभू शरण ने पुलिस के सामने यह खुलासा किया है. गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि मात्र पांच मिनट में उसकी हत्या कर देता.

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गिरफ्तार शंभू शरण ने पुलिस के सामने यह खुलासा किया है कि बच्चे को गायब करने के बाद अपने घर ले कर चला गया था. घर ले जाने के बाद उसे कमरे में बंद कर बाहर निकला, ताकि बाहर की गतिविधि जान सके. मोहल्ले में घूमते हुए एक पुलिस वाला दिखाई दिया, जिसे पूछा कि क्या बात है कोई कांड हुआ है. शंभू की बात सुनकर पुलिस वाले ने घटना की जानकारी दी, जिसे पुलिसकर्मी ढूंढ रहे हैं. पुलिस की एक्टिव की वजह से शंभू डर गया और आनन-फानन में अपने घर पहुंचा और मासूम की हत्या करने की योजना बनाने लगा. इस दौरान एक बड़ी कैंची का इंतजाम किया, जिसकी मदद से बच्ची को मारने वाला था. इससे पहले कि वह बच्ची को मारता अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार और उनकी टीम उसके घर पहुंच गई, जिससे मासूम को सकुशल बरामद कर किया गया.


शंभू शरण यह जान गया था कि पुलिस उसे पहचान चुकी है. ऐसे में वह बच्ची को मार कर उसी घर में दफनाकर बिहार भागने की तैयारी कर रहा था. लेकिन पुलिस की सतर्कता की वजह से वह अपने इरादों में कामयाब नहीं हो पाया.


दरअसल, शुक्रवार की दोपहर अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार को फोन पर यह जानकारी दी गई कि अरगोड़ा इलाके के ढेला टोली से दो साल की मासूम बच्ची रिधिका को अगवा कर लिया गया है. मासूम रिधिका के पिता रणधीर कुमार मंडल अपने पड़ोसियों के साथ अरगोड़ा थाने भी पहुंचे. मामले की गंभीरता को देखते हुए अरगोड़ा पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई. शहर के सभी थानों में रिधिका की तस्वीर भेज कर सबसे पहले उसकी तलाश शुरू की. इसके साथ ही स्टेशन और बस स्टैंड पर पुलिस को अलर्ट किया गया. इसी बीच ढेला टोली के कुछ घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस ने खंगालना शुरू किया. सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति के द्वारा बच्ची को गोद में उठाकर ले जाते हुए देखा गया. पहचान कराने पर वह बच्ची के पड़ोस में ही रहने वाला युवक शम्भू शरण शर्मा निकला. आनन-फानन में पुलिस की टीम जब शंभू शरण शर्मा के घर पहुंची तब वह भागने की कोशिश कर रहा था.


गिरफ्तार आरोपी शंभू शरण बिहार के नवादा जिले का रहने वाला है. वह कई दिनों से ताक में था कि बच्ची को उठा सके. शुक्रवार की दोपहर जब बच्ची घर के बाहर खेल रही थी. इसी दौरान मौका मिला और उसने बच्ची को उठा लिया और अपने घर में ले जाकर छुपा दिया. पुलिस के पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि वह नवादा से आकर रांची में किराए के मकान में रहा करता था और यहां टेंट लगाकर यौन शक्ति बढ़ाने के लिए जड़ी-बूटी बेचा करता था.

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