रांची: पुलिस ने टाटीसिलवे थाना क्षेत्र में दो दिन के भीतर मेडिकल स्टोर और बाइक गैराज में हुई गोलीबारी कांड को सुलझा लिया है. तीन अपराधियों ने दहशत फैलाने और व्यवसायियों से रंगदारी की रकम वसूलने के उद्देश्य से फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था. रांची पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है. मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में पटना के गुलजारबाग निवासी राजू कुमार गुप्ता, रांची के मेसरा ओपी क्षेत्र निवासी नवनेहाल सिंह उर्फ चंदन और टाटीसिलवे निवासी अभिषेक रंजन शामिल हैं. गिरफ्तार अभिषेक पेशे से इंजीनियर है, जबकि राजू पर हत्या, बैंक डकैती समेत कई अपराधों में शामिल रह चुका है.
ये भी पढ़ें- कारोबारी से रंगदारी के लिए दुकान पर बमबाजी, इस कुख्यात का सामने आ रहा नाम
एसएसपी की टीम ने किया गिरफ्तार: मामले का खुलासा करते हुए रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि 13 जून को टाटीसिलवे बाजार स्थित दवा दुकान में बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था, इसके अगले दिन 14 जून को भी अपराधियों ने महिलांग स्थित एक बाइक गैराज में फायरिंग की थी. दोनों जगहों पर अपराधियों ने उपस्थित संचालक को धमकी दी कि अगर रंगदारी नहीं दिया तो जान से हाथ धोना पड़ेगा.
अपराधियों के द्वारा मौके पर हाथ से लिखा हुआ एक पर्चा भी छोड़ा गया था. गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस की टीम ने जब अपनी तफ्तीश शुरू की तो जांच के क्रम में पाया गया कि इस वारदात को अपराधी राजू कुमार गुप्ता ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया. इसके बाद पुलिस की टीम ने पटना में छापेमारी कर राजू को धरदबोचा, राजू की निशानदेही पर इंजीनियर अभिषेक और नवनेहाल को भी पकड़ लिया गया. पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है.
दोनों जगहों पर अपराधियों ने फेंका था पर्चा: एसएसपी ने बताया कि तीनों अपराधियों ने अपना एक गैंग तैयार किया था, उनका मकसद था कि टाटीसिलवे इलाके के व्यवसायियों से रंगदारी की वसूली करें. इसी उद्देश्य अपराधियों ने फायरिंग की घटना को अंजाम देने के दौरान एक सादे कागज में दोनों जगहों पर पर्चा फेंक दिया था. जिसमें लिखा था कि अगर इलाके में काम करना है तो उन्हें रंगदारी देनी होगी. एसएसएपी ने बताया कि पर्चा अपराधी राजू ने खुद लिखा था.
राजू पर है आधा दर्जन मामले दर्ज: पटना निवासी अपराधी राजू कुमार गुप्ता पर रांची के विभिन्न थानों में आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. उसके उपर गोंदा थाना में डकैती, सदर इलाके में हत्या, सुखदेवनगर थाने में बैंक डकैती और टाटीसिलवे में 307 का केस दर्ज है. अपराधी कई बार जेल भी जा चुका है. टाटीसिल्वे इलाके में की गई फायरिंग के दौरान जिस बाइक का उपयोग अपराधियों ने किया था वह भी चोरी का था.