रांचीः राजधानी रांची में जमीन घोटाले की फेहरिस्त काफी लंबी होती जा रही है . एक तरफ ईडी कई मामलों की जांच कर रही है तो दूसरी तरफ जिला भू-अर्जन पदाधिकारी की जांच में चौंकाने वाले मामला सामने आए हैं. जमीन दलालों ने फर्जी कागज बनाकर सरकार की जमीन को सरकार को ही बेंच दिया और लाखो रुपए की चपत लगा दी.
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इस बार दलालों ने रांची में एयरपोर्ट की जमीन का मालिक बनकर सरकार से ही 30 लाख रु. से ज्यादा का मुआवजा वसूल लिया है. भू-अर्जन वाद संख्या 06/2008-09 की समीक्षा के दौरान जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अंजना दास ने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है. उन्होंने सरकार से मुआवजा वसूलने वाले लोगों की सूची भी जारी की है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अंजना दास का कहना है कि समीक्षा के दौरान बिरसा मुंडा एयरपोर्ट परियोजना के लिए मौजा-हेथु, खाता नं- 13 प्लॉट नंबर - 168, रकबा - 0.63 एकड़ भूमि के बदले फर्जी तरीके के कागज को बनाकर जमीन के बदले संबंधित कार्यालय से पैसा वसूला गया है.
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के मुताबिक राजकुमार श्रीवास्तव, पिता - गणेश लाल श्रीवास्तव, साकीन शिव दुर्गा मंदिर लेन, रातु रोड, रांची ने उपरोक्त प्लॉट में से 0.03 एकड़ रकबा के बदले 5 सितंबर 2011 को 2,54,802 रु. का मुआवजा ले लिया है. इसी तरह रविंद्र कुमार, पिता - सुदामा विश्वकर्मा, साकीन हेहल बैंक कॉलोनी, विकास नगर , थाना - सुखदेवनगर, रांची ने प्लॉट नंबर 168 की 0. 18 एकड़ रकबा के बदले 5 सितंबर 2011 को जिला भू-अर्जन कार्यालय से 15 लाख 28 हजार 813 रु. का मुआवजा वसूल लिया है.
इसके अलावा मुकेश कुमार सिन्हा, पिता- लखन लाल सिन्हा, साकीन, न्यू किशोरगंज, थाना - सुखदेव नगर, रांची ने 0.169 एकड़ रकबा के बदले 13 अगस्त 2011 को 14 लाख 35 हजार 386 रु. बतौर मुआवजा ले लिया है. इसलिए संबंधित लोगों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जानी चाहिए. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी की शिकायत पर कोतवाली थाना ने 15 जुलाई 2023 को 226/26 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है. इसमें 406, 409, 420, 467, 468 और 471 की धाराएं लगाई गई हैं. इसकी जांच का जिम्मा सब इंस्पेक्टर अंकु कुमार को दिया गया है.
दरअसल, ईडी ने बरियातू रोड स्थित सेना की जमीन में हेराफेरी के बाद चेशायर होम रोड की जमीन में गड़बड़ी की जांच शुरू की थी. इसके बाद नामकुम के पुगड़ू स्थित खासमहल प्लॉट की जांच भी शुरू कर दी है. इसी दौरान रांची जिला भू-अर्जन पदाधिकारी की समीक्षा के दौरान एयरपोर्ट की जमीन के बदले मुआवजे वसूले जाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. अब तक जमीन के कागजात बदलकर खरीद-बिक्री के मामले सामने आ रहे थे. अब सरकार से ही मुआवजा वसूलने की बात सामने आने से स्पष्ट हो गया है कि रांची में जमीन की किस तरह से हेराफेरी चल रही थी.