रांचीः ईडी के द्वारा गिरफ्तार हवाला कारोबारी ताराचंद, राम प्रकाश भाटिया और नीरज मित्तल ने धन कुबेर इंजीनियर वीरेंद्र राम के ब्लैक मनी को लेकर कई अहम खुलासे किए है. ईडी की रिमांड पर तीनों हवाला कारोबारियों से 5 दिनों तक पूछताछ की जाएगी. रिमांड के पहले दिन तीनों हवाला कारोबारियों ने वीरेंद्र राम के ब्लैक मनी के निवेश को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी ईडी को दी है.
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ब्लैक मनी को व्हाइट करने का खेलः ईडी की पूछताछ में तीनों हवाला कारोबारियों ने स्वीकार किया है कि वे लोग वीरेंद्र राम की ब्लैक मनी को व्हाइट करने का काम किया करते थे. ब्लैक मनी को व्हाइट करने के एवज में वे लोग वीरेंद्र राम से कमीशन लिया करते थे. ईडी की पूछताछ में हवाला कारोबारियों ने वीरेंद्र राम ने कितनी काली कमाई को व्हाइट किया है इसकी जानकारी भी दी है.
ईडी की पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि वीरेंद्र राम ने 121.83 करोड़ की मनी लाउंड्रिंग की. इसके लिए हवाला कारोबार से जुड़े ताराचंद के तीन फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया. ईडी ने श्री खाटू श्याम ट्रेडर्स, अनिल कुमार गोविंद राम और ओम ट्रेडर्स के खातों का एनालिसिस किया. जिसके बाद यह जानकारी मिली कि असल मे ये तीनों कंपनियों सचिन गुप्ता के नाम पर खोली गई थी. बाद में ईडी को जानकारी मिली कि सचिन गुप्ता के नाम पर ही फर्जी दस्तावेजों के सहारे ताराचंद ने ही कंपनियां खोली हैं. ताराचंद के 3 बैंक अकाउंट की जांच में पता चला कि इनमें 121.83 करोड़ रुपये क्रेडिट हुए थे. जांच में पाया गया कि इसी साल जनवरी माह में दिल्ली में संपत्ति खरीदने के लिए जो 4 करोड़ रुपये गेंदा राम (वीरेंद्र राम के पिता) के केनरा बैंक के खाते में डाले गए, उसके लिए भी इन तीन बैंक अकाउंट का इस्तेमाल हुआ था.
नीरज के कहने पर ताराचंद ने खोली थी तीन फर्जी कंपनीः ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि ताराचंद ने सचिन गुप्ता के नाम से तीन कंपनी जिसमें ओम ट्रेडर्स, श्री खाटू श्याम जी ट्रेडर्स, अनिल जी गोविद राम ट्रेडर्स के नाम से बैंक अकाउंट खोले. इन बैंक खातों का इस्तेमाल ताराचंद ने नीरज के कहने पर मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया था. जांच में पाया कि फर्जी पैन बनाकर ये खाते खोले गए थे. ईडी की पूछताछ में ताराचंद ने स्वीकार किया कि उसने अपनी तस्वीर लगाकर तीन अलग अलग पैन के सहारे बैंक खाते खोले थे. इन खातों से करोड़ों के ट्रांजेक्शन के बाद भी कभी टैक्स नहीं दिया गया था. ताराचंद ने यह भी कबूल किया कि उसने नीरज मित्तल के कहने पर 2017 में बैंक अकाउंट खोले थे, तब से इन खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ही होता रहा था.
और चार दिन होगी पूछताछः वीरेंद्र राम से जुड़े जिन हवाला कारोबारियों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें नीरज मित्तल, ताराचंद गुप्ता और राम प्रकाश भाटिया शामिल है. गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने तीनों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया था. जिसके बाद अदालत के आदेश के बाद तीनों हवाला कारोबारी 5 दिन के रिमांड पर है. पहले दिन की पूछताछ हो चुकी है. तीनों हवाला कारोबारी इंजीनियर वीरेंद्र राम की अवैध कमाई की इंट्री और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल रहे थे. वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में ईडी ने दिल्ली पुलिस की एसीबी में तीन मार्च को एफआईआर दर्ज कराया था. इस केस को भी ईडी ने टेकओवर कर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी. जिसके बाद ईडी द्वारा तीनों हवाला कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया था. जबकि वीरेंद्र राम पूर्व से रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में है.
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