रांची: निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के सहयोगी हरीश यादव को कोर्ट में पेश किया गया. ईडी ने कोर्ट से हरीश यादव से पूछताछ के लिए चार दिनों की रिमांड मांगी. कोर्ट ने ईडी के आग्रह को मानते हुए चार दिनों की रिमांड की अनुमति दे दी है.
बता दें कि ग्रामीण विकास विभाग में करोड़ों रुपए के गबन के आरोप में गिरफ्तार निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के सहयोगी हरीश यादव को बुधवार को ईडी की टीम ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को हरीश यादव को ईडी के न्यायाधीश प्रभात कुमार की अदालत में पेश किया. जिसमें कोर्ट ने हरीश यादव को चार दिनों की ईडी रिमांड पर भेज दिया है.
वीरेंद्र राम मामले में अब तक ईडी वीरेंद्र राम के अलावा उसके भाई आलोक रंजन, सीए मुकेश मित्तल, ताराचंद गुप्ता, राम प्रकाश भाटिया और हरीश यादव को गिरफ्तार कर चुकी है. हरीश यादव को 4 दिनों तक रिमांड अवधि में लेने के बाद यह माना जा रहा है कि पूरे मामले में और भी लोगों के नाम सामने आ सकते हैं.
कौन है हरीश यादव: हरीश यादव वही शख्स है जो निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल का काफी करीबी था. मिली जानकारी के अनुसार, बताया जाता है कि हरीश यादव मुकेश मित्तल के द्वारा दिए गए पैसे को हवाले के जरिए सफेद करता था. निलंबित चीफ इंजीनियर के काले धन को सफेद करने के लिए मुकेश मित्तल अपने करीबी हरीश यादव का सहयोग लेकर सभी पैसे को वाइट मनी में तब्दील करता था. जब सारे काले धन सफेद धन में तब्दील हो जाते थे तो उस राशि को निलंबित इंजीनियर के पिता गेंदा राम के अकाउंट में ट्रांसफर करा दिया जाता था.
वीरेंद्र राम जेल में बंद: बता दें कि ग्रामीण विकास विभाग में अपने सेवाकाल के दौरान निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के द्वारा करीब सवा सौ करोड़ रुपए की अवैध धन अर्जित की गई. जिसकी सूचना ईडी को मिली. जिसके बाद ईडी ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर वीरेंद्र राम की सभी अवैध संपत्ति को जब्त कर लिया है. फिलहाल पूरे मामले में वीरेंद्र राम जेल में है और उनका साथ देने वाले अब तक अन्य पांच आरोपियों की भी गिरफ्तारी हो चुकी है.