रांची: रांची के पंडरा रवि स्टील निवासी व्यवसायी राज कुमार गुप्ता को सामग्री उपलब्ध कराने का झांसा देकर 12 लाख 50 हजार रुपए की ठगी कर ली गई है. मामले को लेकर व्यवसायी राजकुमार गुप्ता ने रांची की कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं कोतवाली थाने में ही नकली सामान बेचने को लेकर भी एक प्राथमिक की दर्ज की गई है.
क्या है एफआईआर में: व्यवसायी राज कुमार गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उनका थड़पखना जेल रोड में प्रतिष्ठान है. बीते 10 सितंबर को अभिषेक ठाकुर नामक व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया था. दुकान का सामान उपलब्ध कराने के एवज में उनसे 12 लाख 50 हजार रुपए की मांग की. साथ ही यह भी कहा कि राशि देने के बाद ही उन्हें माल उपलब्ध करा दिया जाएगा. पैसे का भुगतान करने के बाद उन्हें 15 सितंबर को माल लेने के लिए तुपुदाना स्थित फैक्ट्री में गाड़ी लेकर बुलाया गया.
पैसा लेकर नहीं दिया व्यवसायी को मालः इसके बाद अभिषेक ठाकुर ने हटिया निवासी सौरभ सिंह नामक व्यक्ति का व्हाट्सएप नंबर व्यवसायी को दिया और बात कर उसे ही बाकी पैसा देने की बात कही. इसके बाद सौरभ सिंह ने व्यवसायी के पास एक व्यक्ति को भेजा और रुपए कलेक्ट किया. इसके बाद जब तुपुदाना स्थित फैक्ट्री में माल लेने के लिए व्यवसायी राजकुमार की गाड़ी पहुंची तो शख्स माल देने में टाल-मटोल करने लगा और माल देने से इनकार कर दिया. व्यवसायी ने जब पैसे वापस करने की मांग की तो आरोपी ने पैसा लौटाने से भी इनकार कर दिया. इसके बाद वह सीधे कोतवाली थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया. इस संबंध में अभिषेक ठाकुर, सौरभ सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
क्रिएटिव टेक्सटाइल वर्क के खिलाफ नकली सामान बेचने पर केस दर्ज: वहीं दूसरी तरफ रांची कोतवाली थाने में ही नकली सामान बेचने के मामले में एक और एफआईआर दर्ज की गई है. यूनाइटेड पेटेंट एंड ट्रेड मार्क एटर्नी के अधिवक्ता राज कुमार वर्मा ने अपर बाजार स्थित क्रिएटिव टेक्सटाइल वर्क के संचालक पर नकली सामान बेचने पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. कोतवाली थाने में दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि प्रतिष्ठान द्वारा प्रतिष्ठित कंपनी का नकली सामान बेचा जा रहा था. 30 सितंबर को कंपनी द्वारा की गई जांच में इसका खुलासा हुआ है कि सभी समान नकली हैं. इस दौरान कंपनी ने कई प्रतिष्ठानों की भी जांच की गई. इस क्रम में क्रिएटिव टेक्सटाइल में जब कंपनी के लोग पहुंचे और सामान की खरीदारी की गई तो संचालक ने उन्हें कच्चा बिल दिया. जब सामानों की जांच की गई को पाया गया कि सामान नकली है. इसके बाद कंपनी के अधिकारी कोतवाली थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया.