रांचीः जेल के भीतर से साजिश रचने के मामले को लेकर जांच तेज हो गयी है. रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के जेल अधीक्षक हामिद अख्तर से ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ शुरू कर दी है. ईडी के समन के बाद रांची जेल के अधीक्षक हामिद अख्तर गुरुवार की सुबह ईडी दफ्तर पहुंचे. इसके बाद उनसे पूछताछ शुरू हो गई है.
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10.45 में पहुंचे ईडी के दफ्तरः ईडी ने जेल में बंद प्रेम प्रकाश जैसे कैदियों को फोन उपलब्ध करवाने, ईडी के गवाहों को जेल से धमकी दिए जाने के मामले में रांची जेल के जेल अधीक्षक, बड़ा बाबू और जेलर को तलब किया था. जेलर और बड़ा बाबू से ईडी पूछताछ कर चुकी है. जिसके बाद जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को ईडी के दफ्तर तलब किया गया था. गुरुवार को हामिद अख्तर ईडी के द्वारा दिए गए तय समय पर जोनल दफ्तर पहुंचे.
सीसीटीवी फुटेज डिलिट किए जाने के विषय में भी पूछताछः रांची जेल के जेलर नसीम खान और बड़ा बाबू दानिश ने अपने बयान में ईडी को यह बताया है कि बड़े अधिकारियों के निर्देश पर ही उन्होंने प्रेम प्रकाश को फोन उपलब्ध करवाया था. वहीं जेल के सीसीटीवी फुटेज को डिलीट करने के मामले को लेकर भी जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को ईडी के सवालों का सामना करना पड़ेगा. हामिद अख्तर को यह बताना पड़ेगा कि आखिर किन वजहों से और किसके कहने पर जेल के सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए गए.
तीनों जेल अफसरों-कर्मियों के बयान का होगा मिलानः ईडी ने 7 नवंबर को जेल के बड़ा बाबू दानिश से पूछताछ की थी. इसके बाद जेलर नसीम खान का बयान पीएमएलए 50 के तहत दर्ज किया गया था. दानिश पर कैदियों को अपने फोन पर गवाहों से बातचीत का भी आरोप लगा है. जेल अधीक्षक हामिद अख्तर से पूछताछ पूरी होके बाद एजेंसी के जांच पदाधिकारी जेल के तीनों अफसरों के बयानों का मिलान करेंगे. ईडी की पूछताछ में जेलर ने हथियार के लाइसेंस लेने की बात स्वीकार की थी, प्रेम प्रकाश की पैरवी पर ही जेल अधीक्षक और जेलर के द्वारा आर्म्स लाइसेंस जारी होने की बात सामने आयी है.