ETV Bharat / state

ईडी की एक और बड़ी करवाई, पंकज मिश्रा के करीबी भगवान और टिंकल भगत गिरफ्तार

ईडी ने पंकज मिश्रा के करीबी भगवान भगत और टिंकल भगत को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने अवैध खनन मामले में ये कार्रवाई की है.

ED arrested Bhagwan Bhagat
ED arrested Bhagwan Bhagat
author img

By

Published : Jul 7, 2023, 10:00 PM IST

रांची: अवैध खनन मामले में ईडी ने एक और बड़ी करवाई की है. ईडी ने पंकज मिश्रा के करीबी और फंड मैनेजर कहे जाने वाले भगवान भगत और टिंकल भगत को गिरफ्तार कर लिया है. पत्थर कारोबारी कृष्णा साह की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने दोनों को पूछताछ के लिए रांची जोनल आफिस बुलाया था, जहां पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

यह भी पढ़ें: Jharkhand News: पंकज मिश्रा का करीबी कृष्णा साहा को ईडी ने किया गिरफ्तार, साहिबगंज में अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

क्या है पूरा मामला: झारखंड के साहिबगंज में 1,000 करोड़ के अवैध खनन के केस में ईडी ने बरहेट से विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के फंड मैनेजर भगवान भगत और सहयोगी टिंकल भगत को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार टिंकल भगत साहिबगंज जिला में झामुमो के प्रोफेशनल सेल का सचिव भी है. ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि टिंकल ने भी अवैध खनन के कारोबार के बदले 40 लाख का कमीशन लिया था. ईडी की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि पंकज मिश्रा के फंड मैनेजर के तौर पर काम देख रहे भगवान भगत ने पंकज मिश्रा के एचडीएफसी बैंक के खाते में 4.87 करोड़ रुपये जमा कराए थे. ये पैसे 29 अक्तूबर 2021 से 18 मई 2022 के बीच जमा कराए गए थे.

पंकज मिश्रा का राजनीतिक प्रभाव इतना अधिक था कि शुरूआती पूछताछ में भगवान भगत ने बताया था कि वह पत्थर का कारोबार अपनी कंपनियों के जरिए करता था, लेकिन लाभ की राशि पंकज मिश्रा लिया करता था. भगवान भगत ने पूछताछ में बताया है कि साहिबगंज में पंकज मिश्रा अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दूसरे माइंस कारोबारियों से स्टोन सस्ते दर में लेता था, इसके बाद बाजार दर में उसे बेचा करता था. यह सारा काम भगवान खुद देखता था, उसने पंकज मिश्रा के बैंक खाते को अपने मोबाइल से भी लिंक कर रखा था.

ईडी ने पूर्व में की थी छापेमारी: ईडी ने अवैध खनन के केस में 8 जुलाई 2022 को भगवान भगत और टिंकल के ठिकानों पर छापेमारी की थी. तब भगवान भगत के घर से 28.50 लाख और टिंकल भगत के यहां से 15 लाख कैश बरामद किए गए थे. वहीं ईडी को भगवान भगत के यहां से संतोष दोकानिया, गोविंद भगत, बीबीआर ग्रुप, आलोक रंजन, अरूण चौधरी, मणिकांत मंडल, और प्रकाश केडिया से लेन देने के कच्चे हिसाब किताब से जुड़े कागजात मिले थे.

रांची: अवैध खनन मामले में ईडी ने एक और बड़ी करवाई की है. ईडी ने पंकज मिश्रा के करीबी और फंड मैनेजर कहे जाने वाले भगवान भगत और टिंकल भगत को गिरफ्तार कर लिया है. पत्थर कारोबारी कृष्णा साह की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने दोनों को पूछताछ के लिए रांची जोनल आफिस बुलाया था, जहां पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

यह भी पढ़ें: Jharkhand News: पंकज मिश्रा का करीबी कृष्णा साहा को ईडी ने किया गिरफ्तार, साहिबगंज में अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

क्या है पूरा मामला: झारखंड के साहिबगंज में 1,000 करोड़ के अवैध खनन के केस में ईडी ने बरहेट से विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के फंड मैनेजर भगवान भगत और सहयोगी टिंकल भगत को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार टिंकल भगत साहिबगंज जिला में झामुमो के प्रोफेशनल सेल का सचिव भी है. ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि टिंकल ने भी अवैध खनन के कारोबार के बदले 40 लाख का कमीशन लिया था. ईडी की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि पंकज मिश्रा के फंड मैनेजर के तौर पर काम देख रहे भगवान भगत ने पंकज मिश्रा के एचडीएफसी बैंक के खाते में 4.87 करोड़ रुपये जमा कराए थे. ये पैसे 29 अक्तूबर 2021 से 18 मई 2022 के बीच जमा कराए गए थे.

पंकज मिश्रा का राजनीतिक प्रभाव इतना अधिक था कि शुरूआती पूछताछ में भगवान भगत ने बताया था कि वह पत्थर का कारोबार अपनी कंपनियों के जरिए करता था, लेकिन लाभ की राशि पंकज मिश्रा लिया करता था. भगवान भगत ने पूछताछ में बताया है कि साहिबगंज में पंकज मिश्रा अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दूसरे माइंस कारोबारियों से स्टोन सस्ते दर में लेता था, इसके बाद बाजार दर में उसे बेचा करता था. यह सारा काम भगवान खुद देखता था, उसने पंकज मिश्रा के बैंक खाते को अपने मोबाइल से भी लिंक कर रखा था.

ईडी ने पूर्व में की थी छापेमारी: ईडी ने अवैध खनन के केस में 8 जुलाई 2022 को भगवान भगत और टिंकल के ठिकानों पर छापेमारी की थी. तब भगवान भगत के घर से 28.50 लाख और टिंकल भगत के यहां से 15 लाख कैश बरामद किए गए थे. वहीं ईडी को भगवान भगत के यहां से संतोष दोकानिया, गोविंद भगत, बीबीआर ग्रुप, आलोक रंजन, अरूण चौधरी, मणिकांत मंडल, और प्रकाश केडिया से लेन देने के कच्चे हिसाब किताब से जुड़े कागजात मिले थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.