रांचीः झारखंड के साइबर अपराधी अपने ही सबसे बड़े हथियार को लेकर खौफ के साए में जी रहे है. खौफ का आलम यह है कि साइबर अपराधी अब अपने मोबाइल फोन के फ्रंट कैमरे पर टेप लगा रहे हैं. आखिर क्या वजह है और क्यों साइबर अपराधी अपने ही मोबाइल के कैमरे से खौफ खा रहे हैं, जानिए इस रिपोर्ट में.
मोबाइल कैमरे के खौफ में साइबर अपराधीः झारखंड में साइबर अपराध कम नहीं हो रहा है, भले ही वो हर दिन किसी न किसी को अपना शिकार बना रहे हैं. लेकिन एक महीने में 300 से ज्यादा साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद साइबर अपराधी काफी खौफ में हैं. साइबर अपराधी फोन करते ही धरे जा रहे हैं. ऐसे में अब साइबर अपराधियों को यह लग रहा है कि पुलिस उनके मोबाइल को हैक कर ले रही है. उनके मोबाइल से ही उनकी तस्वीर निकाल कर पहचान कर उन्हें दबोचा जा रहा है. आलम यह है कि साइबर अपराधी अब अपने मोबाइल कैमरे के फ्रंट और बैक दोनों ही कैमरों पर टेप चिपका दे रहे हैं ताकि उनके मोबाइल से कोई तस्वीर ही न खींची जा सके.
जामताड़ा में टेप लगा मोबाइल बरामदः दरअसल पूरा मामला जामताड़ा जिले से जुड़ा हुआ है. जामताड़ा को झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश भर में साइबर अपराध की जननी के रूप में जाना जाता है. इस जिले में साइबर क्राइम ब्रांच के सहायता से जिला की पुलिस ने मात्र तीन सफ्ताह में 40 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुचा दिया. लेकिन 39 अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उस समय चौंक गयी जब साइबर अपराधियों से बरामद लगभग 100 फोन के फ्रंट और बैक दोनों ही कैमरे पर टेप चिपके पाए गए. पुलिस ने जब गिरफ्तार साइबर अपराधियों से इस संबंध में पूछताछ की तब उन्होंने बताया कि उन्हें यह शक है कि पुलिस उनके मोबाइल कैमरे के माध्यम से ही उनकी तस्वीर खींचकर उन्हें गिरफ्तार कर रही है. इसीलिए उन्होंने जितने भी उनके पास कैमरे फोन थे सब में सेलो टेप लगा दिया.
साइबर अपराधियों पर कार्रवाई, लगातार हो रही गिरफ्तारीः सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के आंकड़े यह बता रहे हैं कि पिछले एक महीने में यानी नवंबर 2023 में
288 पुलिस साइबर अपराधियों पर कहर बन कर टूटी है. पिछले तीन सप्ताह के भीतर देवघर से 103 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है. जबकि इसी तीन सप्ताह में धनबाद से 08, गिरिडीह से 41, हजारीबाग से 19, जमशेदपुर से 04, जामताड़ा से 39, पाकुड़ से 05, गोंदा से 02, गढ़वा से 01 और कोडरमा से 06 साइबर अपराधियों को जेल भेजा जा चुका है.
तीन सफ्ताह में 54 एफआईआर, 900 सिम कार्ड और 594 मोबाइल जब्तः एक तरफ जहां साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा प्रतिबिंब ऐप की सहायता से 228 साइबर अपराधियों को एक महीने के भीतर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है. वहीं इस दौरान साइबर अपराधियों के सबसे बड़े हथियार मोबाइल और सिम कार्ड पर भी कड़ा प्रहार किया गया है. झारखंड के देवघर जिले से पिछले एक महीने में 180 मोबाइल और 254 जब्त किया गया है. वहीं धनबाद से 27 सिम कार्ड 23 मोबाइल, गिरिडीह से 148 सिम कार्ड और 101 मोबाइल, हजारीबाग से 82 सिम कार्ड 38 मोबाइल, जमशेदपुर से 34 सिम कार्ड 12 मोबाइल, जामताड़ा से 241 सिम कार्ड और 162 मोबाइल जब्त किए गए हैं.
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