रांची: कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के शार्प शूटर चंदन साव को एटीएस ने धर दबोचा है. एटीएस की छापेमारी में अमन गिरोह के दो अन्य अपराधी भी दबोचे गए. गिरफ्तार अपराधियों में चंदन साव के अलावा वारिस अंसारी और सोनू कुमार शामिल हैं. तीनों अमन गिरोह के लिए काम करते हैं. गिरफ्तार चंदन साव ने ही अमन साव के इशारे पर हजारीबाग में रित्विक कंपनी के जीएम हत्याकांड और रांची में रंजीत गुप्ता पर हुई गोलीबारी की साजिश रची थी.
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अमन साव का सबसे खास है चंदन साव: गैंगस्टर अमन साव के जैसे ही चंदन साव भी दुर्दांत अपराधी है. अमन के इशारे पर चंदन झारखंड के कोयलांचल इलाके में लगातार आतंक मचा रहा था. झारखंड की राजधानी रांची रामगढ़ चतरा लातेहार हजारीबाग में चंदन साव के इशारे पर लगातार कारोबारियों से रंगदारी की डिमांड की जा रही थी. अमन साव के गैंग के बढ़ते प्रभाव पर ब्रेक लगाने की जिम्मेदारी पुलिस मुख्यालय के द्वारा एटीएस को दी गई थी. जांच के क्रम में एटीएस को सूचना मिली थी कि चंदन साव के द्वारा ही पूरे गैंग को ऑपरेट किया जा रहा है. इसी बीच एटीएस को यह सूचना मिली कि चंदन रांची के ओरमांझी इलाके में पनाह लिए हुए हैं. जिसके बाद एटीएस की टीम ने उसे धर दबोचा. चंदन की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के दो अन्य सदस्य वारिस अंसारी और सोनू कुमार को भी एटीएस ने गिरफ्तार किया है.
वारिश अंसारी ने रंजीत गुप्ता को मारी थी गोली: रांची के अरगोड़ा इलाके में कार्यालय से बाहर निकल रहे कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता को वारिस अंसारी ने ही गोली मारी थी. रंजीत गुप्ता को 6 जुलाई को दिनदहाड़े गोली मारी गई थी. गोली मारने के बाद अमन गिरोह के ही मयंक सिंह के द्वारा इसकी जिम्मेदारी भी ली गई थी. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने एक रिवाल्वर, एक देसी पिस्टल, कई जिंदा कारतूस सहित एक दर्जन मोबाइल भी बरामद किए हैं.
डीएसपी-दारोगा को गोली मारने वालो की तलाश जारी: एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार और पतरातू थाने के दरोगा सोनू साहू को गोली मारने वाले अपराधियों की तलाश में एटीएस की टीम झारखंड के कई शहरों में एक साथ छापेमारी कर रही है. सोमवार को अमन साव के गुर्गो की तलाश में एटीएस की टीम रामगढ़ जिले के पतरातू में छापेमारी अभियान चला रही थी, इसी दौरान घात लगाए अपराधियों ने डीएसपी और दरोगा को गोली मार दी थी. दोनों घायल पुलिस अफसरों का इलाज रांची में चल रहा है. एटीएस की तरफ से अपराधियों को चेतावनी दी गई है की किसी को भी किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. डीएसपी और दरोगा पर हमला करने वाले अपराधी पताल में भी छुप जाएं तो उन्हें वहां से भी खोज निकाला जाएगा.