रांचीः झारखंड एटीएस ने बिल्डर से रंगदारी मांगने के मामले में 25 अगस्त को उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के सूरज लोहरा के एक सहयोगी देव सागर खलखो को गिरफ्तार किया था. देव सागर खलखो से पूछताछ के बाद उसे एटीएस ने जेल भेज दिया था. वहीं इससे पूर्व पुलिस गिरफ्तार में देव सागर खलखो ने पुंदाग ओपी पुलिस को अपना बयान दिया है कि वह पेट्रोल भराने के लालच में आकर सूरज लोहरा के झांसे में आ गया था. उसकी सूरज लोहरा से पहचान रांची के रिम्स में हुई थी.
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रिम्स में हुई थी देव सागर की सूरज लोहरा से पहचानः देव सागर ने पुलिस को बताया कि वह रिम्स में वार्ड ब्वॉय का काम करता है और साथ ही साइड से जमीन का भी काम करता है. देव सागर के अनुसार एक माह पहले सूरज लोहरा अपने किसी रिश्तेदार का इलाज कराने रिम्स पहुंचा था. उसके रिश्तेदार को सांप ने डस लिया था. मरीज सीरियस था और उस दौरान देव सागर ने ही उसे भर्ती कराया था. उसी दौरान दोनों ने अपना मोबाइल नंबर आदान-प्रदान किया था. सूरज लोहरा अक्सर उसे अपने नंबर से व्हाट्सएप कॉल करता था. वह कहता था कि किसी डॉक्टर की पुराना गाड़ी की बिक्री का पता चले तो बताना.
गाड़ी में पेट्रोल भरवाने का लालच देकर सूरज ने देवसागर को भेजा था पुंदागः देव सागर ने पुलिस को बताया कि 25 अगस्त को वह मांडर में एक जमीन का एग्रीमेंट करने के लिए गया था. उसी दौरान उसके मोबाइल पर सूरज लोहरा का फोन आया. सूरज ने उसे कहा कि पांच मिनट का काम है तुम काठीटांड़ चले जाओ. वहां एक शख्स मिलेगा उससे रुपया लेना है. सूरज ने कहा कि रुपए लेकर तुम गाड़ी में पेट्रोल भी भरवा लेना. इसी बात पर देव सागर अपनी बाइक लेकर एक और युवक को बैठाकर काठीटांड़ पहुंचा, पर वहां पर कोई नहीं मिला. फिर सूरज ने उसे कॉल कर कहा कि वह रिंग रोड रातू चला गया है, तुम वहां चले जाओ. रिंग रोड रातू पहुंचने पर भी वहां कोई नहीं मिला. यह बात सूरज को बताने पर उसने कहा कि तुम दलादली चले जाओ. वहां पहुंचने पर भी वहां कोई नहीं मिला. फिर सूरज ने उसे कटहल मोड़ फिर वहां से डीएवी पुंदाग भेजा. डीएवी पुंदाग के पास एटीएस की टीम पहले से खड़ी थी. जैसे ही देव सागर ने शख्स से रुपए लेने की कोशिश की एटीएस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इस क्रम में उसे चोट भी आई है. वहीं पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार देव सागर पहले भी खूंटी में एक मामले वर्ष 2020 में जेल जा चुका है.