रांची: झारखंड में इन दिनों सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं. सभी राजनीतिक पार्टियां अब इस ताक में लगी हैं कि कौन सी सीट पर वह अपने प्रत्याशी को खड़ा करेंगे और किस सीट की गठबंधन से मांग की जाएगी. इसी को लेकर इंडिया गठबंधन के घटक दल भी अपनी मजबूत सीट पर प्रत्याशी की घोषणा की तैयारी में हैं. वाम दल के नेता बैठक के माध्यम से अपने नेताओं को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दे रहे हैं और क्षेत्र में जाकर जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं.
झारखंड में इंडिया गठबंधन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में वह गठबंधन के नेताओं से किस सीट के लिए दावा कर सकते हैं. भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता अजय कुमार सिंह ने बताया कि झारखंड में कई ऐसे ऐसी सीटें हैं जहां पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अपनी दावेदारी पेश कर सकती है लेकिन आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उन्होंने हजारीबाग सीट का चयन किया है.
सीपीआई नेता अजय कुमार सिंह ने कहा कि हजारीबाग सीट पर उन्होंने पहले भी जीत प्राप्त की है. 1990 में भारतीय जनता पार्टी के रघुनाथ पांडे को उनके नेता भुवनेश्वर मेहता ने हराकर लोकसभा तक का सफर तय किया. वहीं 2004 में भी सीपीआई के भुवनेश्वर मेहता ने तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को हजारीबाग सीट से हराने का काम किया था. उन्होंने बताया कि यदि गठबंधन के तहत हजारीबाग सीट से वह चुनाव लड़ते हैं और उन्हें मौका दिया जाता है तो निश्चित रूप से हजारीबाग लोकसभा सीट को गठबंधन की झोली में डालने का काम उनके नेता भुवनेश्वर मेहता करेंगे.
अजय कुमार सिंह ने बताया कि हजारीबाग लोकसभा में बड़कागांव, रामगढ़, मांडू, हजारीबाग सदर और बरही विधानसभा सीट शामिल हैं और सभी सीटों पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की पकड़ है. इसी वजह से वो गठबंधन से हजारीबाग सीट की मांग करेंगे. उन्होंने बताया कि 10 जनवरी के बाद से प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें वाम दल के तमाम नेताओं के साथ-साथ सीपीआई के वरिष्ठ नेता आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर समीक्षा करेंगे.
बता दें कि हजारीबाग लोकसभा सीट के लगभग सभी विधानसभा सीट पर पूर्व में सीपीआई के नेताओं ने अपनी ताकत दिखाई है. 90 के दशक में बरही विधानसभा सीट से राम लखन सिंह ने जीत प्राप्त की थी तो वहीं रामगढ़ विधानसभा सीट से भेड़ा सिंह ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को जीत दिलाई थी. हजारीबाग के बगल वाले विधानसभा सीट बरकट्ठा में भुवनेश्वर मेहता ने खुद जीत प्राप्त की है.
हजारीबाग लोकसभा के पूर्व राजनीतिक इतिहास को देखते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने यह दावा किया है कि इंडिया गठबंधन के तहत वह हजारीबाग लोकसभा सीट की मांग करेंगे. उनके तमाम बड़े नेता विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से बातचीत में जुटे हुए हैं. अब देखने वाली बात होगी कि आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का क्या रुख होता है.
ये भी पढ़ेंः
रांची में किसान और मजदूर नेताओं का प्रदर्शन, विभिन्न मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष धरना
बीजेपी के पास नेताओं की कमी, दूसरी पार्टी से आए लोगों को दे रही है जिम्मेदारीः सीपीआई