रांची: महीनों से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए झारखंड की पार्टियां भी लगातार एकजुट हो रही हैं. इसी को लेकर झारखंड इकाई की भाकपा माले की किसान महासभा ने राजधानी रांची के राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया. जहां उन्होंने दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया.
भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा कि राजभवन के समक्ष भाकपा माले का विरोध प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार से यही मांग है कि किसानों के खिलाफ जो तीन कृषि बिल लाए हैं उसे रद्द किया जाए. उन्होंने बताया कि इस आंदोलन के माध्यम से हम यह मांग करते हैं कि स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर किसानों को जो लागत से डेढ़ गुना लाभकारी मूल्य देने की बात कही गई थी, उसे कानून के रूप में बनाया जाए ताकि किसानों को सीधा लाभ हो सके.आंदोलन के माध्यम से प्रदर्शन कर रहे भाकपा माले के नेताओं ने मांग किया कि किसानों को बीज, पेस्टिसाइड, बिजली सहित अन्य उपयोगी संसाधन जो किसानों के लिए महत्व रखते हैं उस पर सरकार द्वारा रियायत दिया जाए ताकि किसानों पर आर्थिक बोझ ना बढ़े. आंदोलन में कम उम्र के बच्चे भी देखे गए जो किसानों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे थे. बच्चों का कहना था कि हम बच्चों का पढ़ाई भी किसानों से सीधा ताल्लुक रखता है, अगर किसान खेतों में अनाज की उपज नहीं करते हैं तो इससे हम बच्चों को भी नुकसान होगा. इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि हम किसानों के हक में खड़े हों.
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राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा
भाकपा माले के नेताओं ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन के बाद वामदल सभी विपक्षी पार्टियों के साथ 25 जनवरी और 26 जनवरी को होने वाले विरोध का समर्थन करेंगे. उसके बाद भी अगर सरकार किसानों के हित के बारे में नहीं सोचती है तो हमारा आंदोलन 29 और 30 जनवरी को और भी उग्र होगा. विरोध प्रदर्शन के बाद भाकपा माले के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांग को लेकर राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.