रांची: कोल ब्लॉक नीलामी को लेकर झारखंड में सियासी खींचातानी लगातार जारी है. इसे लेकर राजधानी के अल्बर्ट एक्का चौक स्थित सीपीआई के प्रदेश कार्यालय में एक अहम बैठक की गई, जिसमें वाम दल के सभी पार्टी के नेता मौजूद रहे.
कोयला मजदूरों के हड़ताल का समर्थन
बैठक के बाद सीपीआई के राज्य सचिव और पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता ने बताया कि जिस प्रकार से भाजपा कोल माइनिंग का समर्थन कर रही है. यह जनता के साथ धोखा है, उन्होंने कहा कि 2 जुलाई से होने वाली कोयला मजदूरों की हड़ताल का वह समर्थन करते हैं और रांची सहित राज्य के विभिन्न जिलों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अपना विरोध जताने का काम करेंगे.
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मजदूरों का समर्थन करेगा वामदल
बैठक में मौजूद भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने बताया कि कोल ब्लॉक की नीलामी राज्य के आदिवासी दलित किसानों और मजदूरों को कहीं से भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है. इसलिए मजदूरों का वामदल पूरी तरह से समर्थन करेगा. इसको लेकर बैठक में निर्णय ले लिया गया है. बैठक के बाद वामदल के नेताओं ने कहा कि सिर्फ मजदूरों की हड़ताल में समर्थन ही नहीं, बल्कि आगामी 7 जुलाई को सभी दलों को बुलाकर अहम बैठक की जाएगी, जिसमें सामाजिक संस्थाएं और अन्य संगठन भी मौजूद रहेंगे. जो गरीबों और मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ने का काम कर रहे हैं.
कोल ब्लॉक की नीलामी पर चर्चा
इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर सभी पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे, जिसमें यह रणनीति बनाई जाएगी कि केंद्र सरकार कोल ब्लॉक की नीलामी होने पर राज्य के मूल वासियों को किस प्रकार ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले. नहीं तो नीलामी के आदेश को वापस लिया जाये.