रांचीः पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने गुरुवार को कहा कि शाहीन बाग में बैठकर आजादी का नारा लगाने वाले क्या करते हैं, यह किसी से छुपा नहीं है. उन्होंने कहा कि अब यह नहीं चलेगा कि खाएंगे लोग यहां का और गाएंगे वहां का.
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भारत को दोबारा विश्वगुरु बनाना लक्ष्य
दरअसल सीपी सिंह अपनी पार्टी के विधायक नवीन जायसवाल के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंचे थे. जैसे ही उनसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के राष्ट्रवाद मुद्दे पर दिए गए भाषण के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने पलट कर यह जवाब दिया. हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि यहां रहने वाले लोगों को पहले यह समझना चाहिए कि वह भारतीय पहले हैं तब किसी धर्म से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि संघ का यही काम है कि वह यह भाव पैदा करे.
उन्होंने कहा कि संघ का लक्ष्य भारत को दोबारा विश्वगुरु बनाना है. इसमें हर भारतवासी का दायित्व बनता है लोगों में देशप्रेम और राष्ट्रीयता की भावना रहे. उन्होंने कहा कि संघ यही काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि 90 साल पहले संघ के स्थापना हुई थी और हर दिन शाखा से जुड़े लोग एक घंटा इसी बाबत व्यतीत करते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात कुटे के विस्थापितों को लेकर हुई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से यह दरख्वास्त की गई है कि जो लोग वास्तव में विस्थापित हुए हैं. उन्हें ही वहां बसाया जाए. पूर्व मंत्री और झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष के पद पर रहे सीपी सिंह ने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि बाहर के लोग आकर वहां एंट्री कर लेते हैं. वहीं 28 फरवरी से शुरू होने वाला विधानसभा के बजट सत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि जब चीजें आएंगी तब उन्हें देखा जाएगा.
दरअसल आरएसएस प्रमुख ने गुरुवार को रांची महानगर के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा दौर में नेशनलिज्म शब्द सही नहीं माना जाता है.