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रांची: काम के दबाव से कोविड टास्क फोर्स ने खड़े किए हाथ, निदेशक से लगाई कार्य मुक्त करने की गुहार - रांची में टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को उनकी जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग

कोविड के मामले से बढ़ते काम के दबाव के कारण कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों ने रिम्स प्रबंधन को कह दिया है कि जिम्मेदारी नहीं उठा पाएंगे. वो काम से हटना चाहते हैं. टास्क फोर्स के कोऑर्डिनेटर डॉ. प्रभात कुमार ने रिम्स की निदेशक को पत्र लिख कर सभी को कार्यों से मुक्त करने की मांग की है.

covid task force demanded for release from work
covid task force demanded for release from work
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Published : Aug 4, 2020, 5:33 PM IST

रांची: कोरोना की वजह से बढ़ रही संकट से आम लोगों के साथ-साथ अब चिकित्सक भी इससे तनाव ग्रसित होते जा रहे हैं. जिसका जीता-जागता नमूना रिम्स अस्पताल में देखने को मिला. रिम्स अस्पताल में बनाए गए कोविड टास्क फोर्स के सदस्य अब कोरोना की वजह से काम के बढ़ते दबाव से खुद को परेशान बता रहे हैं और वह अपनी जिम्मेदारियों से हटना चाहते हैं.

देखें पूरी खबर

'दुत्कारते हैं अफसर'

कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों का कहना है कि इस विपरीत परिस्थिति में जिस प्रकार से हम लोग लगातार सरकार का साथ देते हुए काम कर रहे हैं. उसके बावजूद भी सरकारी अफसर उन्हें लताड़ते और दुत्कारते हैं. जिससे कि उनका मनोबल गिरता है. इसिलिए कोविड टास्क फोर्स के लोगों ने यह निर्णय लिया है कि अपने पद से हट जाए ताकि स्वास्थ्य विभाग बेहतर लोगों को लाकर और भी अच्छे तरीके से काम करवा सके.

'कम संसाधन में बेहतर काम करने का प्रयास'

कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले 4 महीनों में कम से कम संसाधन में हम लोगों ने बेहतर काम करने का प्रयास किया. 100 बेड से 172 बेड तक ले जाने का काम कोविड टास्क फोर्स के लोगों ने किया है, लेकिन इसके बावजूद भी वरिष्ठ अधिकारी किसी भी गलती का आरोप कोविड टास्क फोर्स पर डाल दिया जाता है. जिससे हम लोग काफी व्यथित हैं और इसी को लेकर हम लोगों ने यह निर्णय लिया है कि अगर सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों को बदलना चाहते हैं तो वह बदल कर किसी और को भी बना सकते हैं.

अन्य लोगों को दे सकते हैं जिम्मेदारी

डॉ. प्रभात कुमार ने कहा कि 4 महीने तक इतने कम संसाधन में कोविड टास्क फोर्स ने जो रिम्स के बेहतरी के लिए काम किया है. वह काबिले तारीफ है. अगर सरकार और वरिष्ठ अधिकारी इससे संतुष्ट नहीं हैं तो वह अन्य लोगों को कोई टास्क फोर्स की जिम्मेदारी देने का काम कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें-कैलाश मानसरोवर मार्ग का 85 प्रतिशत काम पूरा : गडकरी

बता दें कि पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा कोविड टास्क फोर्स के लोगों को बेहतर काम नहीं करने को लेकर लतारा गया था. इसके साथ ही साथ कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों ने भी काम के बढ़ते दबाव को लेकर प्रबंधन के सामने हाथ खड़े कर दिए थे, लेकिन रिम्स प्रबंधन ने कोविड टास्क फोर्स की मांगों को जायजा बताते हुए कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों की संख्या को बढ़ाने का आश्वासन दिया है ताकि कोविड टास्क फोर्स के लोगों पर काम का दवाब कम हो सके.

रांची: कोरोना की वजह से बढ़ रही संकट से आम लोगों के साथ-साथ अब चिकित्सक भी इससे तनाव ग्रसित होते जा रहे हैं. जिसका जीता-जागता नमूना रिम्स अस्पताल में देखने को मिला. रिम्स अस्पताल में बनाए गए कोविड टास्क फोर्स के सदस्य अब कोरोना की वजह से काम के बढ़ते दबाव से खुद को परेशान बता रहे हैं और वह अपनी जिम्मेदारियों से हटना चाहते हैं.

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'दुत्कारते हैं अफसर'

कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों का कहना है कि इस विपरीत परिस्थिति में जिस प्रकार से हम लोग लगातार सरकार का साथ देते हुए काम कर रहे हैं. उसके बावजूद भी सरकारी अफसर उन्हें लताड़ते और दुत्कारते हैं. जिससे कि उनका मनोबल गिरता है. इसिलिए कोविड टास्क फोर्स के लोगों ने यह निर्णय लिया है कि अपने पद से हट जाए ताकि स्वास्थ्य विभाग बेहतर लोगों को लाकर और भी अच्छे तरीके से काम करवा सके.

'कम संसाधन में बेहतर काम करने का प्रयास'

कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले 4 महीनों में कम से कम संसाधन में हम लोगों ने बेहतर काम करने का प्रयास किया. 100 बेड से 172 बेड तक ले जाने का काम कोविड टास्क फोर्स के लोगों ने किया है, लेकिन इसके बावजूद भी वरिष्ठ अधिकारी किसी भी गलती का आरोप कोविड टास्क फोर्स पर डाल दिया जाता है. जिससे हम लोग काफी व्यथित हैं और इसी को लेकर हम लोगों ने यह निर्णय लिया है कि अगर सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों को बदलना चाहते हैं तो वह बदल कर किसी और को भी बना सकते हैं.

अन्य लोगों को दे सकते हैं जिम्मेदारी

डॉ. प्रभात कुमार ने कहा कि 4 महीने तक इतने कम संसाधन में कोविड टास्क फोर्स ने जो रिम्स के बेहतरी के लिए काम किया है. वह काबिले तारीफ है. अगर सरकार और वरिष्ठ अधिकारी इससे संतुष्ट नहीं हैं तो वह अन्य लोगों को कोई टास्क फोर्स की जिम्मेदारी देने का काम कर सकते हैं.

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बता दें कि पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा कोविड टास्क फोर्स के लोगों को बेहतर काम नहीं करने को लेकर लतारा गया था. इसके साथ ही साथ कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों ने भी काम के बढ़ते दबाव को लेकर प्रबंधन के सामने हाथ खड़े कर दिए थे, लेकिन रिम्स प्रबंधन ने कोविड टास्क फोर्स की मांगों को जायजा बताते हुए कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों की संख्या को बढ़ाने का आश्वासन दिया है ताकि कोविड टास्क फोर्स के लोगों पर काम का दवाब कम हो सके.

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