रांचीः जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त प्रयास से कोविड-19 से बचाव के लिए तीन दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की गई. हाई पाॅवर कमिटी के दिशानिर्देश पर ऐसे विचाराधीन बंदी जो सात वर्ष से कम के सजा वाले मामले में न्यायिक अभिरक्षा में हैं, उन्हें जमानत पर छोड़ने का निर्देश दिया है. ऐसे बंदियों को ट्रेनिंग के माध्यम से कोविड एप्रोप्रिएट विहेवियर के बारे में जानकारी दी जा रही है तथा अपने में रोग निरोधक क्षमता कैसे विकसित किया जाय, इसको लेकर योग, प्रणायाम, ध्यान का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें बताया जा रहा है कि खान-पान और दैनिक जीवन किस तरह का हो कि कोविड काल में लोगों की रोग निरोधक क्षमता उन्नत रहे.
विचाराधीन बंदियों के लिए कोरोना से बचाव की ट्रेनिंग, डालसा और आर्ट ऑफ लिविंग का आयोजन - आर्ट ऑफ लिविंग
जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त प्रयास से कोविड-19 से बचाव के लिए तीन दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की गई. डालसा एवं आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम में बंदियों को योग, प्राणायाम और ध्यान का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
रांचीः जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त प्रयास से कोविड-19 से बचाव के लिए तीन दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की गई. हाई पाॅवर कमिटी के दिशानिर्देश पर ऐसे विचाराधीन बंदी जो सात वर्ष से कम के सजा वाले मामले में न्यायिक अभिरक्षा में हैं, उन्हें जमानत पर छोड़ने का निर्देश दिया है. ऐसे बंदियों को ट्रेनिंग के माध्यम से कोविड एप्रोप्रिएट विहेवियर के बारे में जानकारी दी जा रही है तथा अपने में रोग निरोधक क्षमता कैसे विकसित किया जाय, इसको लेकर योग, प्रणायाम, ध्यान का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें बताया जा रहा है कि खान-पान और दैनिक जीवन किस तरह का हो कि कोविड काल में लोगों की रोग निरोधक क्षमता उन्नत रहे.