रांची: राज्य में शारदीय नवरात्र का उत्साह अब परवान चढ़ने लगा है. बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने परिवार के साथ बाजार के लिए निकल रहे हैं तो दूसरे राज्यों में रोजी रोटी कमाने गए लोगों की भी घर वापसी हो रही है. त्योहार की खुशियां जहां लोगों के अंदर है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और डॉक्टर एक अनजाने खौफ से भयभीत हैं. यह भय है कि कहीं पूजा समाप्ति के बाद राज्य में फिर तेजी से कोरोना का संक्रमण न फैल जाए.
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क्यों भयभीत हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
कोरोना संक्रमण को लेकर डॉक्टरों से लेकर सिविल सर्जन तक के भयभीत होने की ठोस वजह भी है. एक तो इन दिनों पूजा की खरीदारी और मेला घूमने के नाम पर बाजार में उमड़ने वाली भीड़ में न कहीं सोशल डिस्टेंसिंग दिखता है और न ही ज्यादातर लोग सही ढंग से मास्क लगाते हैं. इतना ही नहीं बड़ी संख्या में रेल के माध्यम से दूसरे राज्यों से झारखंड लौटने वाले प्रवासियों में ज्यादातर चकमा देकर स्टेशन पर बिना जांच कराए निकल जा रहे हैं. इसका खामियाजा कहीं फिर से कोरोना संक्रमण के रूप में न सामने आ जाए. इस संभावित खतरे ने रांची सिविल सर्जन को परेशान कर रखा है. वह ईटीवी भारत से कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों में संक्रमित केस में बढ़ोतरी इस ओर संकेत कर रहा है. पिछले साल भी पूजा के बाद ही केस बढ़ा था.