रांची: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को कहा कि चाईबासा में निषेधाज्ञा लागू करना कहीं न कहीं राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है. शुक्रवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी घटना के बाद राजनीतिक दल की टीम वहां जाती है और उन्हें रोकना कहीं न कहीं इस बात की तरफ इशारा करता है कि दाल भी कुछ न कुछ काला है.
रघुवर दास ने कहा कि मौजूदा सरकार में ऐसा लगता है कि अब कहीं आने-जाने और यहां तक कि बोलने की आजादी भी छिन जाएगी. उन्होंने कहा कि मौजूदा शासनकाल में राज्य की बड़ी आबादी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है.
वहीं, बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित कोर कमेटी की बैठक में हिस्सा लेने के बाद उन्होंने कहा कि हैरत की बात यह है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस मामले की गंभीरता को देखकर एक कमेटी बनाई, जिसे वहां जाने से रोक दिया गया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चाईबासा में 7 आदिवासियों की हत्या हो गई और दो अन्य अभी भी लापता है.
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दूसरी तरफ लोहरदगा की घटना पर उन्होंने कहा कि जब शांतिपूर्वक सीएए का समर्थन जुलूस निकल रहा था तब वहां पर असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की और इस घटना में 4 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. वहीं, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि कोर कमिटी की बैठक में संगठनात्मक बिंदुओं पर चर्चा हुई है. संगठन को किस प्रकार से और मजबूत किया जाए इसको लेकर बात हुई है.