रांची: लॉन बॉल में भारत को गोल्ड मेडल मिला (India won Gold Medal in lawn ball) है और यह देश के लिए इतिहास है. इससे पहले अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर के कॉमनवेल्थ गेम (Commonwealth Games 2022) में लॉन बॉल के लिए भारत को गोल्ड मेडल नहीं मिला था लेकिन, इस बार के भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए देश की झोली में गोल्ड मेडल डाल दिया है. झारखंड की राजधानी रांची की दो खिलाड़ी (Jharkhand Lawn Ball Player) लवली चौबे और रूपा रानी तिर्की की इस प्रतियोगिता में महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिली. ईटीवी भारत की टीम ने रूपा रानी तिर्की के परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की और उनके कई छुए अनछुए पहलुओं को जाना.
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खेल के साथ पढ़ाई में भी अव्वल: रांची की रूपा रानी तिर्की बचपन से ही खेल के प्रति जुनून रखती थीं. शुरुआती दौर में वह कबड्डी खेलती थीं लेकिन, लॉन बॉल के प्रति भी उनका खिंचाव कुछ साल पहले देखने को मिला और वह इसके लिए भी प्रैक्टिस करने लगीं, जहां वह बेहतर प्रदर्शन भी करने लगीं. रूपा की बहन रैना रानी तिर्की कहती हैं कि बचपन से ही रूपा खेल के साथ-साथ पढ़ाई के क्षेत्र में अव्वल रही हैं. खेल पदाधिकारी की नियुक्ति भी इसका एक उदाहरण है. रूपा हमेशा ही एजुकेशन और स्पोर्ट्स पर तालमेल बनाकर रखती थीं, जिसका नतीजा है कि वह दोनों में ही हमेशा बेहतर रही हैं.
क्या कहती हैं रूपा की मां: रूपा की मां कहती हैं की जब वह गेम खेलने के लिए मैदान में उतर रही थीं. उससे पहले रूपा ने कहा था कि गोल्ड के लिए दुआ करना और आज गोल्ड लाकर झारखंड की दोनों बेटियों ने देश का नाम रोशन किया है. देश को गौरवान्वित किया है. वीडियो कॉल के दौरान रूपा ने बातचीत में कहा कि अब वह वर्ल्ड चैंपियनशिप पर फोकस कर और बेहतर करने की कोशिश करेंगी.
अच्छी डांसर भी हैं रूपा: मालूम हो कि रूपा रानी तिर्की बहुत अच्छी डांसर भी हैं लेकिन, खेल को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने डांस के क्षेत्र को छोड़कर खेल में ही कैरियर बनाया. उन्होंने कहा कि कोविड के कारण कुछ परेशानियां जरूर आईं लेकिन, लगातार प्रैक्टिस और लगन से उन्होंने इस मुकाम को हासिल कर लिया.