रांचीः झारखंड कांग्रेस में गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है. कांग्रेस के अंदर पहले से ही प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ आलोक दुबे गुट सक्रिय है. वहीं अब बोर्ड निगम की संभावित सूची को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है. गुरुवार को संगम गार्डन में कांग्रेस नेता, पूर्व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मानस सिन्हा के नेतृत्व में पार्टी संगठन के फैसले से नाराज नेताओं ने प्रेस वार्ता की.
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रांची में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि बोर्ड निगम के लिए की गई अनुशंसा में जिन नेताओं का नाम हैं, उसमें ज्यादा वैसे लोग हैं जो कुछ साल पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे. संभावित सूची में कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं और नेताओं को नजरअंदाज किया गया है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष करें हस्तक्षेपः कांग्रेस नेता मानस सिन्हा ने कहा कि सभी समर्पित कांग्रेसी के हस्ताक्षर से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र भेजा जाएगा. जिसमें मुख्यमंत्री को बोर्ड निगम के लिए कांग्रेस की ओर से भेजी गई सूची को वापस लेने की मांग की जाएगी. इसके साथ ही यह आग्रह किया जाएगा कि वैसे लोग जो कम से कम 15 वर्षों तक कांग्रेस में योगदान दिया है उन्हें ही बोर्ड निगम में जगह दी जाए.
मानस सिन्हा ने कहा कि इसके साथ साथ समाज के हर वर्ग को बोर्ड निगम में प्रतिनिधित्व दिया जाए. राज्य के सभी पांच प्रमंडलों से बोर्ड निगम में प्रतिनिधित्व हो ताकि कांग्रेस का जनाधार राज्य भर में बढ़े. बोर्ड निगम की संभावित सूची से नाराज प्रदेश कांग्रेस सचिव सुनील सिंह ने कहा कि जो व्यक्ति आजसू से कांग्रेस में आया उसे विधायक दल के नेता ने 15 सूत्री में जगह दे दी.
आने उन्होंने कहा कि भाजपा और जेवीएम से कांग्रेस में आये में राजीव रंजन प्रसाद, राजद से कांग्रेस में शामिल हुए शमशेर आलम, बंधु तिर्की की पार्टी जनाधिकार मंच में रहीं रमा खलखो का नाम बोर्ड निगम के लिए आ रहा है, यह ठीक नहीं है. कांग्रेस पार्टी के समर्पित नेता ऐसे में खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं और चाटुकारिता करने वाले लोग को इनाम दिया जा रहा है, जिसका पुरजोर विरोध होगा. पार्टी नेता भीम कुमार ने कहा कि पार्टी में अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को 50 प्रतिशत जगह देने और 50 प्रतिशत जगह युवाओं को देने के उदयपुर चिंतन शिविर के फैसले की भी अवहेलना की जा रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य के प्रभारी अविनाश पांडे, अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने मिलकर यह फैसला लिया है, जिसका विरोध हर स्तर पर किया जाएगा. इस पत्र की कॉपी राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रियंका गांधी, के राजू, राजेश ठाकुर और आलमगीर आलम को भी भेजा जाएगा. इस संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश सचिव शमशेर आलम, पूर्व राष्ट्रीय सचिव, युवा कांग्रेस नेता ज्योतिश यादव, प्रदेश सचिव शांतनु मिश्रा, प्रदेश उपाध्यक्ष भीम कुमार, प्रदेश सचिव अरविंद कुमार तूफानी सहित कई नेता शामिल हुए.
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