रांची: प्रोफेशनल कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जयसवाल के आवास पर कांग्रेस जनों की ओर से बुधवार को मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनाई गई. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. साथ ही उनसे जुड़ी स्मृतियों को साझा किया.
कांग्रेस नेताओं ने किया नगर भ्रमण
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ताओं समेत कई नेताओं ने बताया कि मौलाना अबुल कलाम आजाद को ब्रिटिश हुकुमत ने यहां नजरबंद कर दिया था. इस दौरान दस दिनों तक मौलाना अबुल कलाम आजाद ने रांची प्रवास किया था. आजाद जिस सेवरलेट कार से 1940 में रामगढ़ अधिवेशन में भाग लेने गए थे, उससे कांग्रेस नेताओं ने नगर भ्रमण भी किया.
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कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दूबे और लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि मौलाना आजाद महान पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी थे. कांग्रेस इस महानायक को जयंती पर नमन करती है. मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रमुख राजनीतिक नेता और हिंदू मुस्लिम एकता के समर्थक और आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे. उन्होंने कहा कि उनके उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए उनका जन्म दिवस राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
यह भी उपलब्धि
प्रोफेशनल कांग्रेस अध्यक्ष आदित्य विक्रम जयसवाल ने कहा मौलाना आजाद ने इंडिया विंस फ्रीडम या भारत के आजादी की जीत नाम की किताब लिखी थी. इसके अलावा उन्होंने कई उर्दू पुस्तकों का अंग्रेजी में अनुवाद किया था. 1940 से 1945 के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे, जिस दौरान भारत छोड़ो आंदोलन हुआ कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेताओं की तरह उन्हें भी 3 साल जेल में बिताने पड़े थे.