रांची: कोरोना संक्रमण से मौत और प्रभावितों का सही आंकड़ा इकट्ठा करने के लिए कांग्रेस आउटरीच सर्वे अभियान चला रही है. ऐसे में झारखंड में चल रहे अभियान से पार्टी को उम्मीद है कि सही डाटा सामने आएंगे. इन सबके बीच जहां कांग्रेस के नेता आउटरीच अभियान के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में जा रहे हैं, वहां कार्यकर्ता पार्टी से अपनी नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं. ऐसा इसलिए कि उनका मानना है कि कांग्रेस पार्टी के सरकार में रहने के बावजूद उनकी कोई नहीं सुन रहा है.
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दरअसल, सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में खासा नाराजगी देखी जा रही है. जनता से सही आंकड़े इकट्ठा करने के लिए जहां आउटरीच अभियान के दौरान पार्टी के नेता अलग-अलग क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं और कार्यक्रम कर रहे हैं, तो वहीं उन क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं की ओर से शिकायत भी दर्ज कराई जा रही है कि सरकार में उनकी एक भी नहीं सुनी जाती है. ऐसे में सरकार में कांग्रेस पार्टी के शामिल रहने का कोई फायदा नहीं है. साथ ही उनके क्षेत्र में विकास कार्य भी नहीं हो रहे हैं, जिससे जनता में नाराजगी है. इसका असर आने वाले समय में पड़ सकता है. इसके साथ ही पार्टी के विधायक भी पदाधिकारियों के नहीं सुनने की वजह से नाराजगी जताते रहे हैं. ऐसे में आउटरीच सर्वे अभियान के तहत आम जनता की शिकायतों के साथ ही जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की भी शिकायत पार्टी नेताओं को झेलनी पड़ रही है.
सही आंकड़े पेश करने की होड़
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा (Congress working president Manas Sinha) का मानना है कि जिस मकसद से आउटरीच सर्वे अभियान शुरू किया गया है. उसकी शुरुआत में अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और उम्मीद है कि इससे सही आंकड़े इकट्ठे हो पाएंगे, जिससे कोरोना से प्रभावितों को मदद मिल पाएगी. हालांकि कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी को खत्म करने की कोशिश जारी है. विधायकों की नाराजगी को लेकर भी पार्टी फोरम में बातें रखी जाएंगी और उसका समाधान किया जाएगा.
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6 जुलाई को बैठक संभव
आउटरीच सर्वे अभियान के दौरान कार्यकर्ताओं की आ रही शिकायतों को दूर करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव (Dr. Rameshwar Oraon) भी जोर लगा रहे हैं और आउटरीच सर्वे अभियान की सफलता को लेकर ही 6 जुलाई को बैठक भी बुलाई गयी है.