रांची: झारखंड में सरकार बनाने के बाद केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने कई आंदोलन किए, लेकिन इस बीच 20 फरवरी को हजारीबाग में होने वाली किसान रैली को कांग्रेस का अब तक का सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है. कांग्रेस इस कार्यक्रम को लेकर पूरी ताकत झोंक चुकी है.
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यह आंदोलन मील का पत्थर होगा साबित
देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस भी देशभर में आंदोलन कर रही है. हर राज्य में रैली का आयोजन कर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करती नजर आ रही है. झारखंड में भी कांग्रेस लगातार कार्यक्रम करते हुए केंद्र सरकार की कृषि नीति का विरोध कर रही है. इसी कड़ी में 20 फरवरी को हजारीबाग में तीन कृषि कानूनों के वापसी को लेकर कांग्रेस का बड़ा शक्ति प्रदर्शन होगा, जिसमें प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह भी मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम की जिम्मेवारी कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को सौंपी गई है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी इस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित हैं और दावा कर रही है कि यह आंदोलन मील का पत्थर साबित होगा.
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पहली प्रदेशस्तरीय रैली
वहीं, झारखंड में सत्ता में काबिज होने के बाद कांग्रेस केंद्र सरकार के विरोध में लगातार कार्यक्रम कर चुकी है, लेकिन इस किसान रैली को सत्ता में आने के बाद का सबसे बड़ा आयोजन माना जा रहा है, जिसमें लाखों लोगों के जुटने की उम्मीद प्रदेश कांग्रेस की ओर से जताई गई है. ऐसे में हजारीबाग में आयोजित होने वाले किसान रैली के जरिए कांग्रेस शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में है. कहीं ना कहीं चुनाव में हुए बड़े रैलियों के बाद यह पहली प्रदेशस्तरीय रैली होगी. इस लिहाज से झारखंड कांग्रेस इसको सफल बनाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है.