रांचीः विधानसभा चुनाव नजदीक है और सभी विपक्षी पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के लिए तैयार बैठीं हैं. ऐसे में विधायक ढुल्लू महतो और पूर्व सासंद रविंद्र महतो के ऊपर लगे यौन शोषण के मामले में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि बीजेपी विधायक और पूर्व सांसद के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज हो जानी चाहिए थी. पहले भी इस मामले को लेकर आवाज उठाई जा चुकी है, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई. इससे प्रशासन के उपर कई सवाल उठते हैं.
उन्होंने कहा कि यह हैरानी की बात है कि विपक्षी दल के जनप्रतिनिधि के खिलाफ आरोप लगने के तुरंत बाद कार्रवाई और सजा दोनों हो जाती हैं. जबकि सत्ता पक्ष के माननीय विधायकों के खिलाफ एफआईआर होने में भी विलंब होता है. शाहदेव ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भी कानून व्यवस्था की बात करते हैं, लेकिन खुद उनके दल के विधायक और सांसद की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है. हाल ही में बीजेपी में शामिल हो रहे नेताओं की लिस्ट देखें तो कथित तौर पर दुष्कर्म के आरोपी और आपराधिक चरित्र के लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.
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बीजेपी ने किया बचाव
वहीं, इस मामले में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल वर्णवाल ने पार्टी का बचाव पेश करते हुए कहा कि राजनीतिक दल और उनके नेताओं के खिलाफ कई तरह की शिकायतें आती हैं. पुलिस उन शिकायतों की जांच भी करती है. जांच के बाद अगर पुलिस को लगता है कि उस मामले में प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए तो, उस दिशा में कार्रवाई भी होती है. फिलहाल अभी विधायक और सांसद पर लगे आरोप तय नहीं हुए हैं, मामला कोर्ट जाएगा. कोर्ट का जो भी निर्णय होगा उसका पार्टी स्वागत करेगी.
बता दें कि धनबाद के बाघमारा से बीजेपी के विधायक ढुल्लू महतो और गिरिडीह से पूर्व सांसद रविंद्र पांडे के खिलाफ लोकसभा चुनावों के दौरान 2 अलग-अलग महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इस मामले में धनबाद जिला प्रशासन ने रविवार को एफआईआर दर्ज कराई है. जिसको लेकर विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहीं.