रांची: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के भारत को बड़ा करने के लिए हिंदुत्व को मजबूत करने के दिए गए बयान पर प्रदेश कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने गुरुवार को कहा है कि जब राज्य में बीजेपी की सरकार चली गई, तब वह यहां विद्वेष की राजनीति करने पहुंचे हैं. जबकि पिछले 5 वर्षों तक बीजेपी सरकार के कार्यों की कभी समीक्षा करने नहीं पहुंचे.
आलोक दुबे ने कहा कि आजादी की जंग से लेकर भारत के पुनर्निर्माण तक सबके योगदान से देश आगे बढ़ा है और सबने एक दूसरे का हाथ पकड़कर राष्ट्र की प्रगति में अपनी भूमिका निभाई है. समाज का हर वर्ग हमारे लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन मोहन भागवत का बयान राजनीति और देश के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा एक संविधान और लोकतंत्र है, जिससे देश आगे बढ़ रहा है. इसमें सिर्फ एक ही नहीं, बल्कि सभी की जरूरत है, क्योंकि देश में गंगा-जमुनी तहजीब की संस्कृति है.
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आलोक दुबे ने बताया कि पिछले 5 साल तक बीजेपी झारखंड की सत्ता पर काबिज रही, यहां की सरकार ने क्या काम किया, इसकी समीक्षा उन्होंने कभी नहीं की. 10 हजार आदिवासियों के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया, वह भी उन्हीं के समाज के हिस्से हैं, जिनकी वह चर्चा करते हैं. ऐसे में जब झारखंड से बीजेपी की सरकार चली गई, तब झारखंड में वह विद्वेष की राजनीति करने पहुंचे हैं. उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि उन्हें राज्य में भाईचारा, अमन, प्रेम का संदेश देना चाहिए, लेकिन जिस तरह की वह बात कर रहे हैं वह ठीक नहीं है.