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बीजेपी नेताओं के राजभवन दौरे को लेकर सियासत तेज, कांग्रेसी बोले-राज्यपाल के माध्यम से हो रही सत्ता चलाने की कोशिश

प्रदेश की राजनीति में इन दिनों राजभवन के दौरे पर सियासत तेज हो रही है. इस मामले में सत्ता व विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा राज्यपाल के माध्यम से सत्ता चलाने का प्रयास कर रही है तो वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर राजभवन को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है.

राजभवन
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Published : Jun 19, 2021, 8:24 PM IST

Updated : Jun 19, 2021, 8:47 PM IST

रांचीः प्रदेश के राजभवन में इन दिनों राजनीतिक हलचल बढ़ी हुई है. विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के नेता राजभवन का दरबाजा खटखटाने में लगे हैं. इनमें सबसे ज्यादा बीजेपी के नेताओं ने हाल के दिनों में राजभवन मार्च किया है.एक सप्ताह के अंदर अलग अलग मुद्दों पर कई बार राज्यपाल के समक्ष गुहार लगाने पहुंच रहे बीजेपी नेताओं के राजभवन दौरे पर अब सियासत होने लगी है.

यह भी पढ़ेंः विधायक इरफान अंसारी ने दिया विवादित बयान, पूर्व मंत्री अमर बाउरी को बताया साउथ इंडियन गुंडा

विपक्षी भाजपा द्वारा लगातार राजभवन का रुख करने के मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि झारखंड में ही नहीं बल्कि देश भर में यह हो रहा है. भाजपा राज्यपाल के माध्यम से सत्ता पर कैसे काबिज हो. इसकी कवायद कर रही है.

देखें पूरी खबर

बंगाल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश में इसका उदाहरण भी देखा गया है. उन्होंने कहा कि संसदीय और संवैधानिक ढांचे में राज्यपाल का इतना घिनौना उपयोग नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है.

इसका भी एक अलग इतिहास बनाकर इन्होंने छोड़ दिया है. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैंकिंग के मामले पर कहा कि उनके द्वारा सोशल मीडिया की फैक्ट्री चलाई जाती है.

कोरोना काल में पीएम मोदी पर उंगली उठी

प्रत्येक दिन किसी न किसी को टारगेट किया जाता है इसी के माध्यम से वाहवाही लूटी जा रही है लेकिन कोरोना काल में सबसे ज्यादा नरेंद्र मोदी पर उंगली उठी जबकि अन्य देशों के प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसा नहीं हुआ है.

यह भी पढ़ेंः Jharkhand Politics: चार दिनों के दिल्ली प्रवास से लौटे सीएम हेमंत सोरेन

वहीं सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरे को लेकर लगाए जा रहे कयासों को सुबोधकांत सहाय ने बेबुनियाद करार दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी छुट्टी मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब से सरकार बनी है. तब से कोरोना काल में सिर्फ सेवा भाव से ही काम किया जा रहा है.

ऐसे में परफॉर्मेंस इसी का देखा जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का जो हिस्सा है. वह मिलना चाहिए. यह पहले भी मांग की जाती रही है और अभी भी की जा रही है.

राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बना रही है बीजेपीः कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी पर राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बनाने का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने राजभवन में बीजेपी नेताओं के लगातार राज्यपाल से मिलने पर आपत्ति जताते हुए कहा है बीजेपी के नेता राज्यपाल को बरगला रहे हैं और सरकार के विरुद्ध लगातार ज्ञापन देकर दुष्प्रचार करने में लगे हैं.

बीजेपी नेताओं को राजभवन जाने के बदले सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने की सलाह देते हुए राजेश ठाकुर ने कहा कि हर बात पर राजभवन का दौरा करना मर्यादा के खिलाफ है.

तो क्या बंदूक लेकर सड़क पर निकलेंः बीजेपी

कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है. पार्टी नेता और चंदनकियारी के विधायक अमर कुमार बाउरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस झामुमो अब राजभवन को भी नजरअंदाज करने लगे हैं. संघीय व्यवस्था में हम अपनी फरियाद कहां लगाएं.

जब डीसी, एसपी से लेकर मुख्यमंत्री हमारी मांगों को अनसूना कर रहे, तो ऐसी स्थिति में क्या बंदूक लेकर लोग सड़क पर निकलें. अमर कुमार बाउरी ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में राज्यपाल शासन की प्रमुख हैं. भले ही जेएमएम कांग्रेस वाले राज्यपाल को अंग नहीं मानते हों तो ऐसी स्थिति में लोग आखिर जाएं तो जाएं कहां.

रांचीः प्रदेश के राजभवन में इन दिनों राजनीतिक हलचल बढ़ी हुई है. विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के नेता राजभवन का दरबाजा खटखटाने में लगे हैं. इनमें सबसे ज्यादा बीजेपी के नेताओं ने हाल के दिनों में राजभवन मार्च किया है.एक सप्ताह के अंदर अलग अलग मुद्दों पर कई बार राज्यपाल के समक्ष गुहार लगाने पहुंच रहे बीजेपी नेताओं के राजभवन दौरे पर अब सियासत होने लगी है.

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विपक्षी भाजपा द्वारा लगातार राजभवन का रुख करने के मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि झारखंड में ही नहीं बल्कि देश भर में यह हो रहा है. भाजपा राज्यपाल के माध्यम से सत्ता पर कैसे काबिज हो. इसकी कवायद कर रही है.

देखें पूरी खबर

बंगाल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश में इसका उदाहरण भी देखा गया है. उन्होंने कहा कि संसदीय और संवैधानिक ढांचे में राज्यपाल का इतना घिनौना उपयोग नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है.

इसका भी एक अलग इतिहास बनाकर इन्होंने छोड़ दिया है. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैंकिंग के मामले पर कहा कि उनके द्वारा सोशल मीडिया की फैक्ट्री चलाई जाती है.

कोरोना काल में पीएम मोदी पर उंगली उठी

प्रत्येक दिन किसी न किसी को टारगेट किया जाता है इसी के माध्यम से वाहवाही लूटी जा रही है लेकिन कोरोना काल में सबसे ज्यादा नरेंद्र मोदी पर उंगली उठी जबकि अन्य देशों के प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसा नहीं हुआ है.

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वहीं सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली दौरे को लेकर लगाए जा रहे कयासों को सुबोधकांत सहाय ने बेबुनियाद करार दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी छुट्टी मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब से सरकार बनी है. तब से कोरोना काल में सिर्फ सेवा भाव से ही काम किया जा रहा है.

ऐसे में परफॉर्मेंस इसी का देखा जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का जो हिस्सा है. वह मिलना चाहिए. यह पहले भी मांग की जाती रही है और अभी भी की जा रही है.

राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बना रही है बीजेपीः कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी पर राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बनाने का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने राजभवन में बीजेपी नेताओं के लगातार राज्यपाल से मिलने पर आपत्ति जताते हुए कहा है बीजेपी के नेता राज्यपाल को बरगला रहे हैं और सरकार के विरुद्ध लगातार ज्ञापन देकर दुष्प्रचार करने में लगे हैं.

बीजेपी नेताओं को राजभवन जाने के बदले सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने की सलाह देते हुए राजेश ठाकुर ने कहा कि हर बात पर राजभवन का दौरा करना मर्यादा के खिलाफ है.

तो क्या बंदूक लेकर सड़क पर निकलेंः बीजेपी

कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है. पार्टी नेता और चंदनकियारी के विधायक अमर कुमार बाउरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस झामुमो अब राजभवन को भी नजरअंदाज करने लगे हैं. संघीय व्यवस्था में हम अपनी फरियाद कहां लगाएं.

जब डीसी, एसपी से लेकर मुख्यमंत्री हमारी मांगों को अनसूना कर रहे, तो ऐसी स्थिति में क्या बंदूक लेकर लोग सड़क पर निकलें. अमर कुमार बाउरी ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में राज्यपाल शासन की प्रमुख हैं. भले ही जेएमएम कांग्रेस वाले राज्यपाल को अंग नहीं मानते हों तो ऐसी स्थिति में लोग आखिर जाएं तो जाएं कहां.

Last Updated : Jun 19, 2021, 8:47 PM IST
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