रांचीः गुमला में कथित किसान आत्महत्या के मामले पर प्रदेश कांग्रेस ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है. कांग्रेस का मानना है कि राज्य के कृषि मंत्री हल्की बारिश में झूमते हैं. दूसरी तरफ मौसम की मार झेल रहे, किसान मजबूरी में मौत को गले लगा रहे हैं. डबल इंजन की सरकार होते हुए भी सरकार दूसरों की पीड़ा नहीं देख पा रही है.
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि राज्य के कृषि मंत्री थोड़ी सी बारिश में झूमने लगते हैं. उन्हें किसानों की पीड़ा नहीं दिख रही है. राज्य में किसान हत्या कर रहे हैं. लेकिन सरकार गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले साल भी कई प्रखंड को सुखाड़ घोषित किया गया था. उसके लिए राशि भी आई थी. लेकिन अब तक राशि का वितरण नहीं हो पाया है. उन्होंने बताया कि इस सवाल पर मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस के विधायकों ने सदन के अंदर सुखाड़ के मामले को रखा. वहीं, सदन के बाहर कांग्रेस नेताओं ने अपनी बातों को रखा. सरकार की तरफ से मांगों को पूरा नहीं किया गया. जिसका नतीजा है कि किसान आत्महत्या करने को मजबूर है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी सरकार के खिलाफ जमकर आंदोलन करेगी.
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दरअसल, मौसम की मार से सदमे में आकर गुमला सदर प्रखंड के पोखराटोली गांव में शिवा खड़िया नाम के किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. इस आत्महत्या के पीछे बारिश नहीं होने से खेतों में लगे धान के बिचड़ा सूखना कारण बताया जा रहा है. जिसके बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है.