रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता समाप्त होने, उद्योग पति गौतम अडाणी और पीएम मोदी को लेकर राहुल गांधी के उठाये सवाल को लेकर झारखंड कांग्रेस ने व्यापक रणनीति तैयार की है. कांग्रेस पार्टी की रणनीति देश में चरम पर पहुंचीं महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के साथ साथ हिंडनबर्ग के खुलासे से उपजे सवालों को जनता के बीच ले जाने की है.
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कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और महासचिव राकेश सिन्हा कहते हैं कि पीएम मोदी और उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर जो सवाल उनके नेता राहुल गांधी ने उठाये वह आज भी जीवित हैं. क्योंकि सरकार ने न सदन में और न ही सदन के बाहर इसका जवाब दिया है. अडाणी प्रकरण से ध्यान भटकाने के लिए और राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए उनके नेता को प्रताड़ित किया जा रहा है. ऐसे में हम जनता के बीच रहेंगे. 3 अप्रैल से 10 अप्रैल तक गांव गांव और पंचायत पंचायत में कांग्रेसी कार्यकर्ता और नेता जाएंगे. झारखंड के गांव गांव में जाकर आम जनता को यह बतायेंगे कि कैसे मित्र उद्योगपति को फायदा पहुंचाने के लिए एलआईसी, SBI और अब तो जो खबर आई है उसके अनुसार EPFO का पैसा जो करोड़ों में है वह भी अडाणी समूह में लगा दिया गया.
आजादी के 75 वर्षों में एक एक भारतीय के सहयोग से खड़े किए गए सरकारी संस्थानों को एक आदमी को सौंपा जा रहा है. राहुल गांधी और अब सारा विपक्ष जब इसकी जांच की मांग कर रहा है तो राहुल गांधी की आवाज को दबाया जा रहा है. उनकी सदस्यता छीन ली गयी. उन्हें बेघर किया जा रहा है ताकि वह हर भारतीय के सवाल को नहीं उठा सके. इसलिए झारखंड कांग्रेस ने फैसला लिया है कि लगातार आंदोलन जारी रहेगा और 3 अप्रैल से 10 अप्रैल तक पूरे एक सप्ताह कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता जनता जनार्दन के बीच होंगे.
राकेश सिन्हा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल के दाम कम होने के बावजूद गैस सिलेंडर-पेट्रोल की आसमान पर गयी कीमतें, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को भी जनता के बीच ले जाएगी. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी लगातार सड़कों पर उतरकर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का हवाला देकर आंदोलन कर रही है. एलआईसी और एसबीआई के कार्यालयों के समक्ष धरना से लेकर राजभवन घेराव और एक दिनी सत्याग्रह भी हो चुका है. युवा कांग्रेस ने पीएम मोदी का पुतला फूंका है तो प्रखंड स्तर पर जय भारत सत्याग्रह कार्यक्रम चला है.
पिछले दिनों अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव एवं झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने रांची आकर आंदोलन की पूरी रूपरेखा तय कर दी है. झारखंड प्रभारी ने कहा था कि पूरे देश में राजनीतिक गतिरोध जारी है. केंद्र की सरकार ही लोकतंत्र की हत्या पर उतारू है. केंद्र की गलत नीतियों के विरोध, महंगाई, बेरोजगारी, देश की गिरती अर्थव्यवस्था, किसान, जैसे मुद्दे पर राहुल गांधी ने लगातार आवाज उठाया है.
जिस प्रकार अडाणी के बढ़ते पूंजीवाद पर सवाल खड़ा किया गया. उन्होंने 20 हजार करोड़ के भ्रष्ट्राचार का मामला उठाया, इससे देश की सरकार राहुल गांधी से डर गई है. भ्रष्ट्राचार के दाग सरकार के दामन पर लगे तो अपने दामन को बचाने के लिए 24 घंटे के अंदर राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी गई. उन्होंने कहा कि आज देश में सरकार के खिलाफ जो भी बोल रहे हैं, उनके दरवाजे पर ईडी, सीबीआई पहुंच रही है. राहुल गांधी को सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा था. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि राहुल गांधी की लड़ाई को झारखंड कांग्रेस, हर कीमत पर जारी रखेगी. उन्होंने कहा कि सभी जिलाध्यक्षों को यह निर्देश दिया गया है कि 3 अप्रैल से 10 अप्रैल तक पंचायत-प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक नुक्कड़ सभा आयोजित कर केंद्र सरकार की विफलताओं को जनमानस के बीच ले जाने का काम करें.