रांचीः झारखंड विधानसभा बजट सत्र में शनिवार को भाजपा के विधायकों ने सदन के बाहर तख्ती बैनर के साथ प्रदर्शन किया. उन्होंने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव अरूण एक्का पर सख्त कार्रवाई और भ्रष्टाचार, बालू उत्खनन, खनन में करप्शन के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की. इसको लेकर कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधा.
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कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडे सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के विधायकों द्वारा भ्रष्टाचार और राजीव अरूण एक्का पर कार्रवाई की मांग पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक सदन की कार्यवाही को डिस्टर्ब करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ है कि सरकार ने भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं की गयी है. कांग्रेस विधायक ने कहा कि करप्शन के बहुत सारे मामले पिछली डबल इंजन वाली सरकार में हुए, उन पर कार्रवाई की मांग भाजपा विधायक कब करेंगे? दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोग सदन में बैठकर हल्ला हंगामा करते हैं, उनपर कार्रवाई की मांग कब करेंगे.
भाजपा विधायकों द्वारा राजीव अरूण एक्का को बर्खास्त करने की मांग पर कांग्रेस विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि भाजपा को नियम कानून, संविधान से कोई लेना देना नहीं है, ये चाहते हैं कि वो कहें तो दिन, वो कहें तो रात हो, ऐसा नहीं होता है. मीडियाकर्मियों के एक सवाल क्या तबादला करना दंड है? इसके जवाब में दीपिका पांडे सिंह मीडियाकर्मियों पर ही नाराज हो गयीं और कहा कि आप लोग मीडिया ट्रायल नहीं करें. उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि आपलोग लोकतंत्र के प्रहरी हैं, आप ही कोर्ट और आप ही जज मत बन जाइए. अगर राजीव अरूण एक्का ने कोई ऐसा कृत्य किया है जिससे वह सजा के हकदार हो जाते हैं तो वह भी एक प्रक्रिया से होगी.
जानिए, क्या है राजीव अरूण एक्का प्रकरणः मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रहते वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव अरूण एक्का का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसको लेकर भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने संवाददाता सम्मेलन कर कई आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि एक आरोपी व्यक्ति के आवास पर राजीव अरूण एक्का, जो मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हैं, वह सरकारी फाइल कैसे निपटा सकते हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद से उन्हें हटा दिया गया था. इसके बाद सरकार ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच के भी आदेश दिए गए हैं. भाजपा लगातार इस मुद्दे पर आक्रामक है और वह राजीव अरूण एक्का पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग कर रही है.