रांचीः केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयक का विरोध झारखंड के मानसून सत्र में भी देखा गया. यहां कांग्रेस के विधायकों ने इसका पुरजोर विरोध किया. इसी कड़ी में महागामा से विधायक दीपिका पांडेय ने अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन करते हुए ट्रैक्टर से विधानसभा पहुंची. हालांकि, विधानसभा परिसर में प्रवेश से पहले ही सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें मुख्य द्वार पर रोक दिया. विधानसभा परिसर में ट्रैक्टर प्रवेश को लेकर विधायक और सुरक्षा कर्मियों के बीच थोड़ी-बहुत नोकझोंक भी हुई. आखिरकार ट्रैक्टर की अनुमति विधानसभा परिसर में प्रवेश करने के लिए नहीं मिली और विधायक पैदल सदन में पहुंची.
कृषि विधेयक काला कानून
महागामा विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि यह कृषि विधेयक काला कानून है. इस काला कानून को किसी भी कीमत पर नहीं आने दिया जाएगा. यह विधेयक किसान विरोधी, देश विरोधी विधेयक है. उन्होंने उपसभापति हरिवंश सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी देखरेख पर ही यह बिल पास किया गया है. लोकतंत्र की हत्या की गई है. इसी का पुरजोर विरोध करने के लिए आज ट्रैक्टर से विधानसभा पहुंची थी, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने ट्रैक्टर को प्रवेश नहीं करने दिया. सदन में कृषि विधेयक को लेकर चर्चा की जाएगी और किसी भी कीमत में इस विधेयक को जनता के बीच आने नहीं दिया जाएगा, क्योंकि तमाम चीजों को निजीकरण कर दिया गया है. ऐसे में खेती किसानी ही बची हुई थी, जिस पर केंद्र सरकार ने कॉर्पोरेट घराने को लाभ पहुंचाने के लिए इस बिल को पास करने का काम किया है.
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बिल का पुरजोर तरीके से विरोध
वहीं, कांग्रेस के खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि इस बिल का कांग्रेस पुरजोर तरीके से विरोध कर रही है. किसी भी कीमत में इस काला कानून को देश में लागू नहीं होने दिया जाएगा. इस विधेयक से किसानों को किसी भी प्रकार का लाभ नहीं होने वाला है.