रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के सबसे बुजुर्ग नेताओं में से एक मोतीलाल वोरा के निधन पर मंगलवार को कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह राज्य के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख समेत प्रदेश कांग्रेसियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
एआईसीसी के महासचिव, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, केन्द्र सरकार में रहे मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता 93 वर्षीय मोतीलाल वोरा के निधन को संगठन के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष डा रामेश्वर उरांव ने कहा कि मोतीलाल वोरा के निधन की खबर से उन्हें व्यक्तिगत रूप में गहरा सदमा लगा है.
उनके निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया. उन्होंने कहा कि उनसे मिलने के दौरान वह हमेशा ज्ञान की बातें किया करते थे. पार्टी के संबंध में उनकी हमेशा सोच थी कि देश में कांग्रेस का झंडा लहराता रहे. उनके जाने से रिक्तता में और कमी आ गई है. जिसकी भरपाई आने वाले दिनों में संभव नहीं है.
वहीं कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि राष्ट्र की राजनीति में उनके योगदान को देश कभी नहीं भुला सकता है. कांग्रेस की जितनी भी सरकारें आई वोरा जी का किरदार महत्वपूर्ण रहा.
2020 कांग्रेस के लिए और देश के लिए काफी दुखद रहा. एक से एक धरोहर और विभूतियों को हमने खो दिया है. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि जल्द से जल्द 2020 खत्म हो और लोग सही सलामत रहे. पूर्व विधायक काली चरण मुण्डा ने कहा कि कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. उनके निधन से कांग्रेस पार्टी ने अपना अभिभावक खो दिया है .