रांची: राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री और झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की पर महादेव उरांव नामक व्यक्ति ने गाली-गलौज और मारपीट करने का आरोप लगाया है. 10 जून को रांची स्थित उनके आवास पर हुई इस घटना के विरोध में कई आदिवासी संगठनों ने गोलबंद होकर बंधु तिर्की का पुतला फूंका और विरोध जताया. सरकारी कर्मचारी से मारपीट की इस घटना को लेकर कांग्रेस नेता ने सफाई दी है.
मारपीट नहीं की सिर्फ डांट फटकार लगाई- बंधु तिर्कीः पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने मारपीट की घटना से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि कल्याण विभाग की लंबित योजनाओं के कुछ मामले थे, जिसको लेकर महादेव उरांव को वो अपने घर बुलाये थे. इसी दौरान योजनाओं में अनियमितता को लेकर उसको डांट-फटकार लगाई गयी लेकिन महादेव के साथ मारपीट नहीं की गयी. कांग्रेस नेता ने खुद को आदिवासियों का सबसे बड़ा हितैषी बताते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं में घपला घोटाला करने वाले लोगों को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे. जिन आदिवासी पड़हा समिति के लोग उनका विरोध कर रहे हैं, वो बहुत कम लोग हैं, अभी-भी आदिवासियों के कई संगठन और पड़हा समिति उनके साथ खड़े हैं.
सरकारी योजनाओं में बिचौलिया की भूमिका निभाता है महादेव उरांवः बंधु तिर्की ने कहा कि जो व्यक्ति हम पर आरोप लगा रहा है, वह कोई सरकारी कर्मचारी नहीं हैं बल्कि योजनाओं को प्रभावित करने वाला बिचौलिया है. उन्होंने कहा कि कई सरकारी कर्मचारी हैं जो योजनाओं में गड़बड़ी करने में लगे हैं, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उनका विरोध होने के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि हम जब से राजनीतिक जीवन में आये हैं, तब से हमारा पुतला फूंका जाता रहा है, इसकी वो परवाह नहीं करते हैं.
क्या है पूरा मामलाः चान्हो प्रखंड के चोरिया निवासी महादेव उरांव ने आरोप लगाया कि 10 जून को प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सह मांडर के पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने उन्हें अपने रांची स्थित आवास पर बुलाया था. कल्याण विभाग की योजनाओं से संबंधित कई बातें उन्होंने की. कुछेक योजनाओं को लेकर उनके साथ पूर्व शिक्षा मंत्री बदसलूकी करने लगे. बात करते करते उनके साथ उन्होंने गाली गलौज की और फिर मारपीट भी की.