रांची: राजस्थान, मध्य प्रदेश और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में करारी हार का असर झारखंड में कांग्रेस और राजद पर साफ दिखने लगा है. छत्तीसगढ़ की हार से विचलित कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने महागठबंधन की सरकार में समन्वय के लिए बनाई गई कोऑर्डिनेशन कमेटी की अविलंब बैठक बुलाए जाने की मांग की है. राष्ट्रीय जनता दल ने भी बंधु तिर्की की मांग का समर्थन किया है.
2019 में जनता से किये वादे को पूरा करना जरूरीः पूर्व मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि 2019 में कांग्रेस ने भी जनता से वादे किए थे, उस वादे को पूरा करने पर ध्यान देना जरूरी है. बंधु तिर्की ने कहा कि जनता से किए वादे और एजेंडे पर कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक जरूरी है, क्योंकि यहां गठबंधन की सरकार चल रही है. बंधु तिर्की ने कहा कि अभी भी एक साल का समय बचा हुआ है. बहुत दिन से सरकार के समन्वय समिति की बैठक नहीं हुई है. इसलिए अविलंब कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक बुलाई जानी चाहिए.
तीनों राज्यों के चुनावी नतीजे से सबक नहीं लेना होग दुर्भाग्यपूर्णः कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री बंधु तिर्की द्वारा अविलंब समन्वय समिति की बैठक बुलाई जाने की मांग का राजद ने समर्थन किया है. राजद की प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि तीन राज्य में जिस तरह के नतीजे आये हैं, उसके बाद भी अगर हम नहीं चेते तो यह दुर्भाग्यजनक स्थिति होगी. अनिता यादव ने कहा कि जनता हमें चाह तो रही है लेकिन अगर हम जनता के बीच नहीं जायेंगे और उनसे किए वादे पूरी नहीं करेंगे तो गलत संदेश जाएगा.
समन्वय समिति की बैठक बुलाने में कोई दिक्कत नहींः समन्वय समिति की बैठक जल्द बुलाए जाने की कांग्रेस और राजद की मांग पर प्रतिक्रिया देते झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि सरकार जनता से किये वादे ही पूरे करने में लगी है. 2019 में जनता से किए वादे ही पूरे किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बावजूद इसके अगर सहयोगी दलों को लगता है कि जल्द बैठक होनी चाहिए तो उसमें कोई दिक्कत नहीं है.
शिबू सोरेन की अध्यक्षता में बनी है समन्वय समितिः राज्य में महागठबंधन की सरकार में आपसी समन्वय के लिए झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन की अध्यक्षता में समन्वय समिति का गठन हुआ है. इसमें कांग्रेस और राजद के नेता भी शामिल हैं. विनोद पांडेय, बंधु तिर्की, सत्यानंद भोक्ता, राजेश ठाकुर सहित कई नेता इसके सदस्य बनाये गए हैं. औपचारिक बैठक की बात छोड़ दें तो अभी तक सिर्फ एक आधिकारिक बैठक राज्य समन्वय समिति की हुई है. शिबू सोरेन की अध्यक्षता में राज्य समन्वय समिति का गठन नवंबर 2022 में हुआ था. इसकी बैठक 10 जून 2023 को हुई थी. उसके बाद से अभी तक राज्य समन्वय समिति की बैठक नहीं हुई है.
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