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रांची सीट को लेकर महागठबंधन में फंसा पेंच, कांग्रेस नहीं खोना चाहती अपनी परंपरागत सीट - Screw stuck in mahagathbandhan regarding Ranchi seat

झारखंड में रांची सहित कई सीटों को लेकर कांग्रेस और जेएमएम में पेंच फंस रहा है. इसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार बैठक कर रहे हैं. रांची विधानसभा सीट को लेकर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम आलाकमान को भेज भी दिया है, लेकिन जेएमएम भी इस सीट पर अपना दावेदारी कर सकता है.

रांची सीट को लेकर महागठबंधन में फंसा पेंच
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Published : Nov 6, 2019, 3:04 PM IST

रांची: झारखंड में महागठबंधन के लिए रांची सीट पर अब भी असमंजस की स्थिति है. प्रदेश कांग्रेस ने आलाकमान को रांची सीट के लिए तय किए गए जिन उम्मीदवारों के नाम सौंपे हैं, उन उम्मीदवारों में भी असमंजस की स्थिति है कि यह सीट कांग्रेस के खाते में आती है या नहीं. हालांकि, 2014 के चुनाव में जेएमएम यहां से दूसरे स्थान पर रहा था. इस लिहाज से रांची सीट जेएमएम के खाते में भी जा सकती है.

देखें पूरी खबर

विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन की उलझन अब तक नहीं सुलझ पाई है. इसमें कुछ ऐसी सीटें हैं, जिसमें कांग्रेस और जेएमएम दोनों ही पार्टियां दावेदार हैं, जिसमें रांची सीट भी शामिल है. कांग्रेस का रांची विधानसभा सीट परंपरागत है, इसलिए वो इसे खोना नहीं चाहती है.

इसे भी पढ़ें:- विधानसभा चुनाव 2019: पहले और दूसरे फेज के लिए JVM के उम्मीदवारों की लिस्ट जल्द, मंथन का दौर जारी

जीताऊ कैंडिडेट ही लड़ेगा चुनाव
महागठबंधन में फंस रहे पेंच को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम ने कहा कि विपक्ष का एकमात्र उद्देश्य है, बीजेपी को राज्य से बेदखल करना. ऐसे में कांग्रेस हो या फिर महागठबंधन के साथी सभी इसपर मंथन कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जिताऊ कैंडिडेट को ही चुनाव में उतारना चाहती है, चाहे वह किसी भी साथी दल के हो.

रांची सीट से कांग्रेस उम्मीदवारों के लिस्ट में शामिल राजेश गुप्ता छोटू ने दावा किया है कि इस सीट से कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी, लेकिन उम्मीदवार कौन होगा यह आलाकमान तय करेगा. उन्होंने कहा कि रांची सीट कांग्रेस का परंपरागत सीट रहा है. हालांकि, कुछ सालों तक बीजेपी ने यहां कब्जा जरूर जमाया है. राजेश गुप्ता ने बताया कि इस बार जनता को उम्मीद है कि कांग्रेसी ही बीजेपी को रांची सीट पर हरा सकती है.

रांची: झारखंड में महागठबंधन के लिए रांची सीट पर अब भी असमंजस की स्थिति है. प्रदेश कांग्रेस ने आलाकमान को रांची सीट के लिए तय किए गए जिन उम्मीदवारों के नाम सौंपे हैं, उन उम्मीदवारों में भी असमंजस की स्थिति है कि यह सीट कांग्रेस के खाते में आती है या नहीं. हालांकि, 2014 के चुनाव में जेएमएम यहां से दूसरे स्थान पर रहा था. इस लिहाज से रांची सीट जेएमएम के खाते में भी जा सकती है.

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विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन की उलझन अब तक नहीं सुलझ पाई है. इसमें कुछ ऐसी सीटें हैं, जिसमें कांग्रेस और जेएमएम दोनों ही पार्टियां दावेदार हैं, जिसमें रांची सीट भी शामिल है. कांग्रेस का रांची विधानसभा सीट परंपरागत है, इसलिए वो इसे खोना नहीं चाहती है.

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जीताऊ कैंडिडेट ही लड़ेगा चुनाव
महागठबंधन में फंस रहे पेंच को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम ने कहा कि विपक्ष का एकमात्र उद्देश्य है, बीजेपी को राज्य से बेदखल करना. ऐसे में कांग्रेस हो या फिर महागठबंधन के साथी सभी इसपर मंथन कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जिताऊ कैंडिडेट को ही चुनाव में उतारना चाहती है, चाहे वह किसी भी साथी दल के हो.

रांची सीट से कांग्रेस उम्मीदवारों के लिस्ट में शामिल राजेश गुप्ता छोटू ने दावा किया है कि इस सीट से कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी, लेकिन उम्मीदवार कौन होगा यह आलाकमान तय करेगा. उन्होंने कहा कि रांची सीट कांग्रेस का परंपरागत सीट रहा है. हालांकि, कुछ सालों तक बीजेपी ने यहां कब्जा जरूर जमाया है. राजेश गुप्ता ने बताया कि इस बार जनता को उम्मीद है कि कांग्रेसी ही बीजेपी को रांची सीट पर हरा सकती है.

Intro:रांची.विपक्ष के महागठबंधन के लिए रांची सीट बड़ी पेंच बनी हुई है।ऐसे में प्रदेश कांग्रेस ने आलाकमान को रांची सीट के लिए तय किए गए जिन उम्मीदवारों के नाम सौपे हैं। उन उम्मीदवारों में भी असमंजस की स्थिति है कि यह सीट कांग्रेस के खाते में आती है या नहीं। हालांकि 2014 के चुनाव में जेएमएम यंहा से सेकंड पोजीशन पर रही थी। इस लिहाज से रांची सीट जेएमएम के खाते में भी जा सकती है।


Body:विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी महागठबंधन की पेंच अब तक नहीं सुलझ पाई है। इसमें कुछ ऐसी सीटें हैं। जिसमें कांग्रेस और जेएमएम दोनों ही पार्टियां दावेदार है। इसमें रांची सीट भी शामिल है। ऐसे में 2014 के चुनाव में रांची सीट पर जेएमएम सेकंड पोजीशन पर रही थी। इस लिहाज से रांची सीट जेएमएम के खाते में भी जा सकती है। हालांकि कांग्रेस परंपरागत सीट के नाते इस पर दावा कर रही है।

इसको लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम ने गठबंधन में सीटों को लेकर फस रहे पेंच पर कहा है कि विपक्ष का एकमात्र उद्देश्य है। बीजेपी को राज्य से बेदखल करना। ऐसे में कांग्रेस हो या फिर महागठबंधन के साथी सभी इसपर मंथन कर रहे हैं। ताकि जीत हासिल हो सके। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी जिताऊ कैंडिडेट को ही चुनाव में उतारना चाहती है। चाहे वह किसी भी साथी दल के हो।




Conclusion:कांग्रेस के रांची सीट के उम्मीदवारों के लिस्ट में शामिल राजेश गुप्ता छोटू ने दावा किया है कि रांची सीट से कांग्रेस पार्टी ही चुनाव लड़ेगी। हालांकि उम्मीदवार कौन होगा यह आलाकमान तय करेगा। उन्होंने कहा कि रांची सीट कांग्रेस के लिए परंपरागत सीट रही है। हालांकि कुछ सालों तक बीजेपी ने यहां कब्जा जरूर जमाया है। लेकिन जनता को उम्मीद है कि कांग्रेसी ही बीजेपी को रांची सीट पर हरा सकती है।
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