रांची: एक तरफ राज्य सरकार खेल के क्षेत्र में राज्य को बढ़ावा देने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ खेल के स्टेडियम की हालत की ओर सरकार का ध्यान ही नहीं है. आलम यह है कि करोड़ों की लागत से बनाए गए राजधानी रांची के खेल गांव स्थित मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के शूटिंग स्टेडियम में जरूरत के इक्विपमेंट तक को घुन चाट रहे हैं.
दुर्दशा का आलम
करोड़ों की लागत से बना यहां का ट्रैप शूटिंग रेंज पूरी तरह बदहाल हो चुका है. बेशकीमती इक्विपमेंट को दीमक चाट रहे हैं. खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं और तो और रेंज की सिक्योरिटी की व्यवस्था भी नहीं है.
नहीं मिलता मेजबानी का मौका
नेशनल गेम्स के आयोजन के बाद इस शूटिंग रेंज को राष्ट्रीय स्तर के एक भी टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका नहीं मिला है. उल्टे कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के शूटिंग चैंपियनशिप रद्द हो चुके हैं.
क्या कहते हैं खेल निदेशक और खिलाड़ी
इस मामले को लेकर खेल निदेशक अनिल कुमार सिंह का कहना है कि जल्द ही डीपीआर तैयार कर इस दिशा में पहल की जाएगी. सीसीएल को मेंटेनेंस का जिम्मा सौंपा गया था. लेकिन सीसीएल की उदासीनता के कारण इसकी ऐसी स्थिति बनी है. वहीं खिलाड़ियों ने जल्द से जल्द शूटिंग रेंज को दुरुस्त करने की मांग की है.
सीसीएल के भरोसे है मेंटेनेंस की जिम्मेदारी
खेल गांव के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी सीसीएल को दी गई है, लेकिन न सरकार का ही न ही सीसीएल इसपर ध्यान दे रही है. ऐसे में झारखंड में सरकार के खेल और खिलाड़ियों के विकास के दावे सिर्फ कोरे दावे ही नजर आ रहे हैं.