रांची: झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन (Jharkhand Police Men's Association) की रांची शाखा के सचिव, उपाध्यक्ष और पूर्व कोषाध्यक्ष पर महिला सिपाहियों ने छेड़खानी का आरोप लगाया है. झारखंड पुलिस में सिपाही-हवलदार संवर्ग की प्रतिनिधि संस्था झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन है, लेकिन अब इसकी रांची शाखा छेड़खानी को लेकर विवादों में है.
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क्या है मामला: रांची जिले में तैनात कुछ महिला आरक्षियों ने सरहुल पूजा समिति के साथ मिलकर एक प्रतिवेदन झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन को दिया है, जिसमें यह बताया गया है कि 4 अप्रैल की शाम रांची पुलिस की ओर से भी सरहुल मनाया जा रहा था. इस दौरान भव्य जुलूस भी निकला था. जुलूस में पुलिस केंद्र के समस्त पुलिसकर्मी, महिला पुलिसकर्मी और पुलिस परिवार के परिजन शोभा यात्रा में शामिल हुए थे. शोभायात्रा जैसे ही पुलिस केंद्र से बाहर शहर भ्रमण के लिए निकली वैसे ही झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन शाखा रांची के सचिव संजय कुमार पासवान, उपाध्यक्ष नवीन कुमार तिवारी व पूर्व कोषाध्यक्ष नरेंद्र तिर्की महिला पुलिसकर्मियों व पुलिस परिवार के परिजनों से छेड़-छाड़ करने लगे. महिला सिपाहियों का आरोप है कि बार-बार मना करने के बावजूद ये लोग नहीं माने और गलत हरकत करते रहे. इसके बाद इस मामले में महिला सिपाहियों ने झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारियों से लिखित शिकायत की है.
काम से मुक्त किया गया: महिला पुलिस कर्मियों के आरोप के बाद फिलहाल आरोपित अधिकारियों को एसोसिएशन के काम से मुक्त कर दिया गया है. वहीं, पूर्व कोषाध्यक्ष की मेंस एसोसिएशन की सदस्यता भी खत्म कर दी गई है. झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री रमेश उरांव ने इस संबंध में आदेश जारी कर रांची के एसएसपी और रांची पुलिस लाइन के सार्जेंट को भी सूचित किया है.
जांच के बाद ही कार्रवाई: पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पुलिस में एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश से बातचीत की, उन्होंने बताया कि फिलहाल वे रांची से बाहर हैं, लेकिन छेड़खानी से जुड़ा मामला संगठन के पास आया है, जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा अगर इस मामले में पदाधिकारी दोषी पाते हैं तो उन पर प्राथमिकी भी दर्ज करवाई जाएगी. हालांकि जिन पर आरोप लगाया गया है उन्हें फिलहाल संगठन के काम से मुक्त कर दिया गया है. जब तक जांच नहीं हो जाती है तब तक उनसे संगठन का कोई काम नहीं लिया जाएगा.