रांची: उच्च शिक्षा विभाग ने कोरना संकट को देखते हुए सभी विश्वविद्यालय में 25 फीसदी फीस कटौती करने के लिए एक अनुरोध पत्र भेजा है. सरकार की मंशा है कि कोरोना महामारी के कारण आर्थिक रूप से प्रभावित हुए अभिभावकों को राहत दिया जाए और इसके लिए विश्वविद्यालयों को भी आगे आने की अपील की गई है.
एक तरफ जहां राज्य के निजी स्कूल लगातार मनमानी कर रही है. अभिभावकों से विभिन्न मदों में फीस वसूल रही है और इस पर राज्य सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है. जबकि इससे उलट राज्य सरकार सभी विश्वविद्यालयों में 25 फीसदी फीस कटौती करना चाहती है. कोरोना वायरस की वजह से अभिभावकों और छात्रों की आर्थिक स्थिति में आई गिरावट को देखते हुए उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र भेजकर फीस में छूट देने पर प्रस्ताव मांगा है.
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विनोबा भावे विश्वविद्यालय ने छात्रों को राहत देते हुए सभी अंगीभूत और संबद्ध कॉलेजों में चल रहे सेल्फ फाइनेंस कोर्स फीस में 25 फीसदी फीस माफ करने का निर्देश भी जारी कर दिया है. फीस की यह रियायत सेमेस्टर 2, 4, 6 के स्टूडेंट को मिलेगी. बिनोवा भावे विश्वविद्यालय की इस पहल का हवाला देते हुए राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को इस ओर पहल करने की अपील भी की है.
B.Ed कॉलेजों से भी अपील
2 वर्षीय बीएड कोर्स के लिए बीएड कॉलेजों से भी उच्च शिक्षा विभाग ने अपील करते हुए कहा है कि वह भी अपने विद्यार्थियों को राहत दे. ताकि कोरोना महामारी के इस विकट परिस्थिति से हर कोई उबर सके और अपनी जिंदगी सही तरीके से बिता सके. मामले को लेकर रांची विश्वविद्यालय, डीएसपीएमयू के साथ-साथ विभिन्न प्राइवेट विश्वविद्यालयों को भी यह पत्र भेजा गया है. हालांकि विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अलावा राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय ने इस पत्र का ना तो जवाब दिया है और ना ही इस पर कोई पहल की गई है.