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लगभग 9 करोड़ से होगा बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण, CM नीतीश ने किया शिलान्यास - Senior leader of Jharkhand Saryu Rai

बक्सर में स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर (Baba Brahmeshwar Nath temple In Buxar) का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगभग 9 करोड़ की लागत से होने वाले सैंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास किया. पढ़ें पूरी खबर..

बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण
बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण
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Published : Jul 21, 2022, 10:18 PM IST

बक्सर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने गुरुवार को बक्सर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण (Beautification of Baba Brahmeshwar Nath Temple) के लिए लिए नौ करोड़ रुपये की सौगात दी. मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शिलान्यास भी किया. इस राशि से ब्रह्मपुर में पर्यटन विभाग के द्वारा सुप्रसिद्ध बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा. इस मौके पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस मंदिर के विकास की जरूरत थी.

ये भी पढ़ें-बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का होगा सौंदर्यीकरण, CM नीतीश करेंगे शिलान्यास

बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का होगा कायाकल्प: लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि वे कई बार इस पौराणिक मंदिर में गए हैं. ऐसे में इस मंदिर के विकास की जरूरत भी थी. सीएम ने कहा कि इस मंदिर का विकास होने से बहुत अच्छा होगा. आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मिलेंगी. मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए झारखंड के वरिष्ठ नेता सरयू राय (Senior leader of Jharkhand Saryu Rai) और झारखंड उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति एस एन पाठक (Justice SN Pathak of Jharkhand High Court ) के योगदान का भी जिक्र किया.

देखें पूरी खबर

9 करोड़ की लागत से मंदिर का जीर्णोद्धार: मुख्यमंत्री ने आगे कहा की अभी बीते 19 तारीख को इनसे मुलाकात हुई थी और कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा हुई. इस बाबत जमशेदपुर पूर्व से विधायक और मूल रूप से बक्सर के रहने वाले सरयू राय ने कहा कि बक्सर चूंकि एक धार्मिक स्थल है. इसलिए इसका उस रूप में विकास होनी चाहिए. उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री से इस बारे में भी बात हुई है कि जिस तरह अयोध्या और काशी का विकास हुआ है, उसी तरह बक्सर का भी होना चाहिए. वहीं, झारखंड उच्च न्यायालय में न्यायाधीश एस एन पाठक ने कहा कि 'आज बहुत खुशी का दिन है कि मुख्यमंत्री ने आज सावन के पावन महीने में मंदिर के सौंदर्यीकरण की योजनाओं का शिलान्यास किया है.'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया शिलान्यास: आपको बता दें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिन में करीब साढ़े 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह और केंद्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे की वर्चुअल मौजूदगी में तालाब के सौंदर्यीकरण, पार्क निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण जैसी योजनाओं का शिलान्यास किया गया. ब्रह्मपुर मंदिर परिसर स्थित कार्यक्रम स्थल पर ब्रह्मपुर विधायक शंभू नाथ यादव, विधान परिषद सदस्य राधाचरण साह, पूर्व परिवहन मंत्री संतोष निराला समेत तमाम स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. सभी का स्वागत जिला पदाधिकारी अमन समीर, उप विकास आयुक्त महेंद्र पाल और एसपी नीरज कुमार सिंह के द्वारा किया गया.

वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए सीएम: कार्यक्रम के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी मंदिर परिसर में रही. मुख्यमंत्री के उद्घाटन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाने के लिए विशाल एलईडी स्क्रीन लगाया गया था. वहीं, लोगों के बैठने के लिए टेंट लगाकर व्यवस्था की गई थी. जैसे ही मुख्यमंत्री ने विकास योजनाओं का शिलान्यास किया. मंदिर परिसर में मौजूद लोगों ने हर-हर महादेव का जयघोष शुरु कर दिया. वरिष्ठ नेता सरयू राय ने बताया कि श्रावण मास में बाबा के मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास किया जाना एक सुखद संयोग है. उन्होंने इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया.

पूराणों में मंदिर का जिक्र: मंदिर के पुजारियों ने बताया कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग खुद ब्रम्हा जी द्वारा स्थापित किया गया है. इसका वर्णन शिव पुराण और स्कन्द पुराण में मिलता है. एक मान्यता यह भी है कि प्रायः शिव मंदिरों का दरवाजा पूरब की ओर होता है, किंतु इस मंदिर का दरवाजा पश्चिम की तरफ है. इसके बारे में किंवदंती है कि जब मुगल बादशाह औरंगजेब के आदेश पर इस मंदिर को तोड़ने के मुगलिया सैनिक आए तो यह शर्त लगी कि यदि मंदिर का दरवाजा पूरब के बजाय पश्चिम की तरफ हो जाएगा तो मंदिर को नहीं तोड़ा जाएगा. ऐसे में भक्तों की विनती के बाद सुबह में जब देखा गया तो मंदिर का दरवाजा पश्चिम दिशा की तरफ हो गया था. इस प्रकार यह मंदिर नहीं तोड़ा गया.

बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का इतिहास: ब्रह्मा जी द्वारा स्थापित अति प्राचीन शिवलिंग 'बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ जी' की चर्चित तीर्थ स्थल भगवान शंकर के प्रधान तीर्थो में इनकी गणना अनेकों पुराणों में मिलता है. शिव महापुराण की रुद्र संहिता में यह महादेव धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाले हैं इन्हें मनोकामना महादेव भी कहा जाता है। मंदिर का मुख्य दरवाजा पश्चिम मुखी है. जबकि देश के अन्य शिव मंदिरों का दरवाजा पूरब में है.

ये भी पढ़ें- मठ-मंदिरों के 30 हजार एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा, कानून मंत्री बोले- जल्द होंगे अतिक्रमण मुक्त

बक्सर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने गुरुवार को बक्सर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण (Beautification of Baba Brahmeshwar Nath Temple) के लिए लिए नौ करोड़ रुपये की सौगात दी. मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शिलान्यास भी किया. इस राशि से ब्रह्मपुर में पर्यटन विभाग के द्वारा सुप्रसिद्ध बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा. इस मौके पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस मंदिर के विकास की जरूरत थी.

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बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का होगा कायाकल्प: लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि वे कई बार इस पौराणिक मंदिर में गए हैं. ऐसे में इस मंदिर के विकास की जरूरत भी थी. सीएम ने कहा कि इस मंदिर का विकास होने से बहुत अच्छा होगा. आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मिलेंगी. मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए झारखंड के वरिष्ठ नेता सरयू राय (Senior leader of Jharkhand Saryu Rai) और झारखंड उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति एस एन पाठक (Justice SN Pathak of Jharkhand High Court ) के योगदान का भी जिक्र किया.

देखें पूरी खबर

9 करोड़ की लागत से मंदिर का जीर्णोद्धार: मुख्यमंत्री ने आगे कहा की अभी बीते 19 तारीख को इनसे मुलाकात हुई थी और कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा हुई. इस बाबत जमशेदपुर पूर्व से विधायक और मूल रूप से बक्सर के रहने वाले सरयू राय ने कहा कि बक्सर चूंकि एक धार्मिक स्थल है. इसलिए इसका उस रूप में विकास होनी चाहिए. उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री से इस बारे में भी बात हुई है कि जिस तरह अयोध्या और काशी का विकास हुआ है, उसी तरह बक्सर का भी होना चाहिए. वहीं, झारखंड उच्च न्यायालय में न्यायाधीश एस एन पाठक ने कहा कि 'आज बहुत खुशी का दिन है कि मुख्यमंत्री ने आज सावन के पावन महीने में मंदिर के सौंदर्यीकरण की योजनाओं का शिलान्यास किया है.'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया शिलान्यास: आपको बता दें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिन में करीब साढ़े 11 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह और केंद्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे की वर्चुअल मौजूदगी में तालाब के सौंदर्यीकरण, पार्क निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण जैसी योजनाओं का शिलान्यास किया गया. ब्रह्मपुर मंदिर परिसर स्थित कार्यक्रम स्थल पर ब्रह्मपुर विधायक शंभू नाथ यादव, विधान परिषद सदस्य राधाचरण साह, पूर्व परिवहन मंत्री संतोष निराला समेत तमाम स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. सभी का स्वागत जिला पदाधिकारी अमन समीर, उप विकास आयुक्त महेंद्र पाल और एसपी नीरज कुमार सिंह के द्वारा किया गया.

वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए सीएम: कार्यक्रम के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी मंदिर परिसर में रही. मुख्यमंत्री के उद्घाटन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाने के लिए विशाल एलईडी स्क्रीन लगाया गया था. वहीं, लोगों के बैठने के लिए टेंट लगाकर व्यवस्था की गई थी. जैसे ही मुख्यमंत्री ने विकास योजनाओं का शिलान्यास किया. मंदिर परिसर में मौजूद लोगों ने हर-हर महादेव का जयघोष शुरु कर दिया. वरिष्ठ नेता सरयू राय ने बताया कि श्रावण मास में बाबा के मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास किया जाना एक सुखद संयोग है. उन्होंने इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया.

पूराणों में मंदिर का जिक्र: मंदिर के पुजारियों ने बताया कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग खुद ब्रम्हा जी द्वारा स्थापित किया गया है. इसका वर्णन शिव पुराण और स्कन्द पुराण में मिलता है. एक मान्यता यह भी है कि प्रायः शिव मंदिरों का दरवाजा पूरब की ओर होता है, किंतु इस मंदिर का दरवाजा पश्चिम की तरफ है. इसके बारे में किंवदंती है कि जब मुगल बादशाह औरंगजेब के आदेश पर इस मंदिर को तोड़ने के मुगलिया सैनिक आए तो यह शर्त लगी कि यदि मंदिर का दरवाजा पूरब के बजाय पश्चिम की तरफ हो जाएगा तो मंदिर को नहीं तोड़ा जाएगा. ऐसे में भक्तों की विनती के बाद सुबह में जब देखा गया तो मंदिर का दरवाजा पश्चिम दिशा की तरफ हो गया था. इस प्रकार यह मंदिर नहीं तोड़ा गया.

बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का इतिहास: ब्रह्मा जी द्वारा स्थापित अति प्राचीन शिवलिंग 'बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ जी' की चर्चित तीर्थ स्थल भगवान शंकर के प्रधान तीर्थो में इनकी गणना अनेकों पुराणों में मिलता है. शिव महापुराण की रुद्र संहिता में यह महादेव धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाले हैं इन्हें मनोकामना महादेव भी कहा जाता है। मंदिर का मुख्य दरवाजा पश्चिम मुखी है. जबकि देश के अन्य शिव मंदिरों का दरवाजा पूरब में है.

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