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झारखंड में चार चरण में कोरोना वैक्सीन मुहैया कराने की योजना, सीएम ने कहा- युवकों को भी एएनएम बनने के लिए करें प्रेरित

रांची में सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार को स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के साथ प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा की समीक्षा की. इस दौरान अफसरों ने चार चरण में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना की जानकारी दी.

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Published : Dec 3, 2020, 9:20 PM IST

Updated : Dec 3, 2020, 11:04 PM IST

रांची: झारखंड के 264 प्रखंड, 45 अनुमंडल और 24 जिला में संचालित अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिया. उन्होंने अफसरों से कहा कि सभी अस्पतालों में लोगों को 24 घंटे सेवा मिलनी चाहिए. इस दौरान अफसरों ने चार चरण में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना की जानकारी दी.

उन्होंने अस्पतालों में जरूरी मानव संसाधनों के लिए प्रस्ताव तैयार करने को भी कहा है, ताकि चिकित्सकों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ समेत अन्य लोगों की कमी को पूरा किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो भवन प्रखंड, अनुमंडल और जिले में तैयार हैं या निर्माणाधीन हैं, उनका भी उपयोग होना चाहिए. नये स्वास्थ्य भवन बनाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं क्योंकि कई भवन बनकर तैयार हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के काम नहीं आ रहे.

अफसरों ने दी हालात की जानकारी

मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि झारखण्ड में दो दिसंबर तक कोरोना रिकवरी दर 97.3 प्रतिशत व मृत्यु दर 0.89 प्रतिशत है. चार चरण में वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना है. वर्तमान में कुल वैक्सीन स्टोर 245 हैं, जिसमें बढ़ोतरी की जा रही है. प्लाज्मा थेरेपी, बेड और वेंटीलेटर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं. झारखंड में कुल मामले 109332, एक्टिव मामले 1965, एक्टिव मामलों की दर 1.79 प्रतिशत, कुल मृत्यु 969, पीएसए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट रिम्स रांची, एमजीएम जमशेदपुर, एसएनएमएमसी धनबाद और सदर अस्पताल रांची में प्रस्तावित है. अफसरों ने बताया कि मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम रिम्स रांची और एमजीएम जमशेदपुर में उपलब्ध है. बिना ऑक्सिजन के 12358 बेड, ऑक्सीजन के साथ 2021, आईसीयू 577 और वेंटिलेटर 642 उपलब्ध हैं। स्टेट स्क्रीनिंग कमिटि, स्टेट टास्क फोर्स, डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स, और प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन कर लिया गया है.

ये भी पढ़ें-फुलो-झानो आशीर्वाद अभियान का दिखने लगा असर, 7117 महिलाओं ने हड़िया-दारु बेचने का पेशा छोड़ा

स्वास्थ्य विभाग युवाओं को प्रोत्साहित करे

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि एएनएम और जेएनएम के लिए युवकों को भी आगे आना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करे, सिर्फ महिलाएं ही इस क्षेत्र में हैं. इसकी पढ़ाई युवाओं को भी करनी चाहिए. इधर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य से टीबी जैसे रोग का समूल नाश नहीं हुआ है. करीब एक लाख कर्मचारी स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के लिए काम कर रहे हैं, उनकी क्षमता का सही उपयोग करना होगा. राज्य के लोगों को बेहतर सुविधा मिलनी चाहिए.

सेल और एमजीएम अस्पताल का होगा सुदृढ़ीकरण

मुख्यमंत्री ने जमशेदपुर स्थित एमजीएम और बोकारो स्थित सेल के अस्पताल को दुरुस्त करने की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया है. एमजीएम अस्पताल के बेड, फर्श समेत अन्य जरूरी चीजों को बदल कर नया स्वरूप प्रदान किया जाएगा. बोकारो स्थित सेल अस्पताल के सुदृढ़ीकरण के लिए सेल चेयरमैन से बात कर कार्य प्रारम्भ करने का प्रयास होगा, जिससे आसपास के जिला के लोग लाभान्वित हो सकें. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आयुष अस्पताल पूर्व में बने हैं, उन्हें प्रारम्भ कराएं. राज्य में पाये जाने वाले मेडिसिनल प्लांट से संबंधित डॉक्युमेंट तैयार करने का भी निर्देश दिया. कहा कि, इन पौधों को जानने वाले की मृत्यु के बाद वह ज्ञान भी लुप्त हो जाता है. इस क्षेत्र में विभाग को कार्य करने की आवश्यकता है. बैठक में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी आदि मौजूद थे.

रांची: झारखंड के 264 प्रखंड, 45 अनुमंडल और 24 जिला में संचालित अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिया. उन्होंने अफसरों से कहा कि सभी अस्पतालों में लोगों को 24 घंटे सेवा मिलनी चाहिए. इस दौरान अफसरों ने चार चरण में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना की जानकारी दी.

उन्होंने अस्पतालों में जरूरी मानव संसाधनों के लिए प्रस्ताव तैयार करने को भी कहा है, ताकि चिकित्सकों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ समेत अन्य लोगों की कमी को पूरा किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो भवन प्रखंड, अनुमंडल और जिले में तैयार हैं या निर्माणाधीन हैं, उनका भी उपयोग होना चाहिए. नये स्वास्थ्य भवन बनाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं क्योंकि कई भवन बनकर तैयार हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के काम नहीं आ रहे.

अफसरों ने दी हालात की जानकारी

मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि झारखण्ड में दो दिसंबर तक कोरोना रिकवरी दर 97.3 प्रतिशत व मृत्यु दर 0.89 प्रतिशत है. चार चरण में वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना है. वर्तमान में कुल वैक्सीन स्टोर 245 हैं, जिसमें बढ़ोतरी की जा रही है. प्लाज्मा थेरेपी, बेड और वेंटीलेटर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं. झारखंड में कुल मामले 109332, एक्टिव मामले 1965, एक्टिव मामलों की दर 1.79 प्रतिशत, कुल मृत्यु 969, पीएसए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट रिम्स रांची, एमजीएम जमशेदपुर, एसएनएमएमसी धनबाद और सदर अस्पताल रांची में प्रस्तावित है. अफसरों ने बताया कि मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम रिम्स रांची और एमजीएम जमशेदपुर में उपलब्ध है. बिना ऑक्सिजन के 12358 बेड, ऑक्सीजन के साथ 2021, आईसीयू 577 और वेंटिलेटर 642 उपलब्ध हैं। स्टेट स्क्रीनिंग कमिटि, स्टेट टास्क फोर्स, डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स, और प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन कर लिया गया है.

ये भी पढ़ें-फुलो-झानो आशीर्वाद अभियान का दिखने लगा असर, 7117 महिलाओं ने हड़िया-दारु बेचने का पेशा छोड़ा

स्वास्थ्य विभाग युवाओं को प्रोत्साहित करे

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि एएनएम और जेएनएम के लिए युवकों को भी आगे आना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करे, सिर्फ महिलाएं ही इस क्षेत्र में हैं. इसकी पढ़ाई युवाओं को भी करनी चाहिए. इधर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य से टीबी जैसे रोग का समूल नाश नहीं हुआ है. करीब एक लाख कर्मचारी स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के लिए काम कर रहे हैं, उनकी क्षमता का सही उपयोग करना होगा. राज्य के लोगों को बेहतर सुविधा मिलनी चाहिए.

सेल और एमजीएम अस्पताल का होगा सुदृढ़ीकरण

मुख्यमंत्री ने जमशेदपुर स्थित एमजीएम और बोकारो स्थित सेल के अस्पताल को दुरुस्त करने की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया है. एमजीएम अस्पताल के बेड, फर्श समेत अन्य जरूरी चीजों को बदल कर नया स्वरूप प्रदान किया जाएगा. बोकारो स्थित सेल अस्पताल के सुदृढ़ीकरण के लिए सेल चेयरमैन से बात कर कार्य प्रारम्भ करने का प्रयास होगा, जिससे आसपास के जिला के लोग लाभान्वित हो सकें. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आयुष अस्पताल पूर्व में बने हैं, उन्हें प्रारम्भ कराएं. राज्य में पाये जाने वाले मेडिसिनल प्लांट से संबंधित डॉक्युमेंट तैयार करने का भी निर्देश दिया. कहा कि, इन पौधों को जानने वाले की मृत्यु के बाद वह ज्ञान भी लुप्त हो जाता है. इस क्षेत्र में विभाग को कार्य करने की आवश्यकता है. बैठक में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी आदि मौजूद थे.

Last Updated : Dec 3, 2020, 11:04 PM IST
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