रांची: बच्चों की कलाकृतियों से सजा राजधानी रांची का ऑड्रे हाउस यह बताने के लिए काफी है कि झारखंड के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे कितने हुनरमंद हैं. शिक्षा विभाग पहली बार सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के बच्चों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगा रहा है, जिसका उद्घाटन 3 नवंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे.
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3 से 5 नवंबर तक आयोजित इस कला प्रदर्शनी सह बिक्री कार्यक्रम में राज्य के सभी 24 जिलों के बच्चों द्वारा बनाई गई लगभग 1000 कलाकृतियां प्रदर्शित की जाएंगी. ऑड्रे हाउस में प्रदर्शित कलाकृतियों में टेराकोटा कलाकृतियां, लकड़ी की कलाकृतियां, कैनवास आदि पर आकर्षक पेंटिंग, मिट्टी के मुखौटे, बांस की कलाकृतियां, टॉय मेकिंग आदि शामिल हैं.
50 रुपये से 6000 तक की हैं कलाकृतियां: ऑड्रे हाउस ऑडिटोरियम में 3-5 नवंबर तक आयोजित इस कला प्रदर्शनी में 100 से अधिक श्रेणियों में बच्चों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां हैं. झारखंड की सभ्यता संस्कृति को दर्शाती यह कलाकृति जीवंतता से भरपूर है. इस तीन दिवसीय कला प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां भी बेची जाएंगी. बिक्री से प्राप्त धनराशि बच्चों और स्कूल के शिक्षकों को दी जाएगी. इस कला प्रदर्शनी में 50 रुपये से लेकर 6000 रुपये तक की कई कलाकृतियां हैं. शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि इस कला प्रदर्शनी का उद्देश्य अर्निग फॉर लर्निंग है ताकि बच्चे आत्मनिर्भर बन सकें और भविष्य में इसे अपने रोजगार से जोड़कर भी करियर बना सकें.
ऑनलाइन मार्केटिंग की दी जाएगी ट्रेनिंग: इस कार्यक्रम से न सिर्फ बच्चों को फायदा होगा बल्कि स्कूल के साथ-साथ शिक्षक और उनके अभिभावक भी गौरवान्वित महसूस करेंगे. इस प्रदर्शनी के माध्यम से न केवल छात्रों की कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा बल्कि एक्सएलआरआई जमशेदपुर की विशेषज्ञ टीम उन्हें कुशल बनाने के लिए ऑनलाइन मार्केटिंग का प्रशिक्षण भी देगी. कुल मिलाकर राज्य में पहली बार आयोजित होने वाली इस कला प्रदर्शनी से स्कूली बच्चों को प्रोत्साहन मिलेगा और लोगों में कला के प्रति जिज्ञासा भी बढ़ेगी.