पलामूः झारखंड नक्सल उन्मूलन की तरफ बढ़ रहा है. नक्सल क्षेत्र में राज्य में माइल स्टोन स्थापित किया है. राज्य को जरूरत है अब आर्थिक मदद की. यह बात राज्य के सीएम हेमंत सोरेन ने बूढ़ापहाड़ पर मीडिया से बातचीत करते हुए कही. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को बुढ़ापहाड़ दौरा पर थे.
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नक्सलमुक्त कहना जल्दबाजीः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान कि झारखंड नक्सल मुक्त हो गया पर बोलते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड को नक्सल मुक्त कहना अभी जल्दबाजी होगी. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड की सरकार नक्सल उन्मूलन की तरफ बढ़ रही है, ऐसे में इलाके में आधारभूत संरचना और विकास के लिए आर्थिक जरूरतें हैं. केंद्र सरकार ने विशेष केंद्रीय सहायता को बंद कर दिया है. केंद्र सरकार राज्य के वैसे जिले जो नक्सल प्रभावित हैं और वहां विकास के लिए पैसों की जरूरत है उन्हें सहायता दें.
आत्मसमर्पण करें नक्सली, मुख्यधारा में हो शामिल, राज्य की योजनाओ को चुनेः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण करें. राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति काफी बेहतर है. ओपन जेल समेत कई सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि युवा भटक रहे हैं, उनसे अपील है कि वह हथियार को छोड़कर सरकार की योजनाओं का चुनाव करें और समाज और राज्य के विकास में सहभागी बने. बूढ़ापहाड़ जैसे इलाकों में लोगों ने सन्नाटा का फायदा उठाया है. अब राज्य सरकार सीधे इसकी मॉनिटरिंग कर रही है. इलाके में विकास कार्य के लिए कई पहल किए जा रहे हैं. बूढ़ापहाड़ के लोगों को सीएमओ कार्यालय का नंबर दिया गया है, ताकि इलाके की समस्याओं का समाधान हो सके.
हथियार उठाकर लोग कितने दिन जिंदा रह सकते हैं. लोग मान सम्मान स्वाभिमान के साथ रह सकें इसलिए मुख्यधारा में रहें. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वे हेलीकॉप्टर से यहां आज आए हैं, जल्द ही वो सड़क मार्ग से बूढ़ापहाड़ भी आएंगे. यह इलाका खूबसूरत है लेकिन कुछ लोगों ने इस इलाके को बदनाम कर दिया है. इलाके के भोले-भाले आदिवासियों को बहला-फुसलाकर मुख्यधारा से भटकाया गया था.