रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जेएमएम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने झारखंड राज्य के लिए सबकुछ त्याग दिया. जेएमएम नेताओं ने जीवन तक न्योछावर किया. लंबे संघर्ष के बाद अलग राज्य मिला. लेकिन सत्ता में लंबे समय तक रही पार्टी आदिवासियों से नफरत (Hatred of Tribals) करती थी. अब सत्ता चली गई है तो हटाने की कोशिश में लगे हैं. ये बाते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को दुर्गा सोरेन की 54वीं जयंती समारोह को संबोधन के दौरान कहीं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सपना हमारे पूर्वजों ने देखा था, वह 20 वर्षों में टूटता नजर आया. साल 2019 में जब हम बड़ी ताकत के साथ सत्ता में आये तो विरोधी लगातार हमें हटाने की कोशिश में लगे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें तो छोड़ दें, विरोधी पार्टी ने गुरुजी को भी नहीं छोड़ा, लेकिन हम इन लोगों को मुंहतोड़ जवाब देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम घबराने वाले नहीं हैं हमें अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ानी है. यह आपका विश्वास ही है कि झामुमो जैसी छोटी पार्टी भी भाजपा जैसी बड़ी पार्टी के सामने संघर्ष की मुद्रा में खड़ी है.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन ने कहा कि अगर हम झारखंड को बचाने की कोशिश नहीं करेंगे तो हमारा भविष्य बर्बाद हो जाएगा. उन्होंने कहा कि वन संपदा को बचाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि गर्व की बात है कि हम सब झारखंड में जन्म लिए हैं. शिबू सोरेन ने कहा कि ब्रिटिश राज और केंद्र की सरकार ने खनिज संपदा का खनन किया. इसके बावजूद बहुत खनिज है. जंगल जरूर कम हुआ है, जिसे बचाना है. जंगल बचेगा तभी हम बचेंगे. इस अवसर पर विधायक सीता सोरेन, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, जेएमएम नेता विनोद पांडे, सुप्रियो भट्टाचार्य सहित दर्जनों नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे.