रांची: सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली से रांची लौट चुके हैं. रांची पहुंचने के बाद उन्होंने कहा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शनिवार को हुई उनकी मुलाकात एक औपचारिक भेंट रही. उन्होंने कहा कि राज्य की दिशा देने के लिए यह भेंट महत्वपूर्ण मानी जा सकती है.
जरूरत पड़ने पर अधिकारियों का भी लेंगे सहयोग
दिल्ली से रांची लौटने के बाद बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पत्रकारों से सोरेन ने कहा कि आगे आने वाले समय में वह खुद केंद्र के कैबिनेट मंत्रियों के पास राज्य की समस्याओं को लेकर जाएंगे. इसके साथ ही जरूरत पड़ी तो राज्य के अधिकारियों का भी इसमें सहयोग लेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य को बेहतर दिशा देने के लिए यह अत्यंत जरूरी है. डबल इंजन के सवाल पर उन्होंने कहा कि 5 साल के बाद इसका असर नजर आएगा. अपने पिता और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि इसी वजह से वह दिल्ली से पीएम से मुलाकात के बाद सीधा रांची पहुंचे हैं.
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गुरुजी का जन्मदिन होने के कारण जल्दी लौटा
सीएम हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि अगर गुरुजी का जन्मदिन नहीं होता तो वह और रुकते और दिल्ली में सहयोगी दल कांग्रेस के नेताओं से भी मुलाकात होती. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि शनिवार को एक तरफ जहां प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात हुई. वहीं दूसरी तरफ गुरुजी का जन्मदिन है. इसके साथ ही शनिवार को ही राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का भी जन्मदिन है.
विकास को लेकर हुई बातें
दरअसल, राज्य में मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने के बाद हेमंत सोरेन कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से औपचारिक मुलाकात नहीं हो पाई थी. अपनी व्यस्तता ओं की वजह से प्रधानमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में नहीं शामिल हो पाए थे. वहीं सोरेन भी पीएम से नहीं मिल पाए थे. 11 जनवरी को सुबह पीएम के साथ उनकी मुलाकात हुई जिसमें राज्य के विकास को लेकर बातें और चर्चा हुई.