रांचीः ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने जिला और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में रामगढ़ जिला स्थित मांडू प्रखंड के डीएवी स्कूल घाटोटांड़ में ऑक्सीजनयुक्त 80 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. सोमवार को सीएम हेमंत सोरेन ने अपने आवासीय कार्यालय से कोविड केयर सेंटर का ऑनलाइन उद्घाटन किया.
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टाटा स्टील फाउंडेशन के कार्यों की सराहना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि रामगढ़ जिला के अधिकतर क्षेत्रों में विभिन्न औद्योगिक संस्थानों की ओर से खनन कार्य किए जाते हैं. राज्य में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में औद्योगिक समूहों की भूमिका महत्वपूर्ण है. आज राज्य सरकार और टाटा स्टील फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से 80 बेड वाले ऑक्सीजनयुक्त अस्पताल का उद्घाटन हुआ. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टाटा स्टील फाउंडेशन के कार्यों की सराहना की. मुख्यमंत्री ने ब्लैक फंगस के प्रति चिंता जताते हुए प्रशासन से ब्लैक फंगस की समस्या पर नजर रखने की बात कही और इसके मामलों पर त्वरित चिकित्सा सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.
कोविड केयर सेंटर घाटोटांड़ में सुविधाएं
रामगढ़ जिला प्रशासन और टाटा स्टील फाउंडेशन, वेस्ट बोकारो के संयुक्त पहल से टाटा डीएवी स्कूल घटोटांड़ मांडू में 80 बेड की क्षमता वाला कोविड केयर सेंटर विकसित किया गया है. इस कोविड केयर सेंटर में सभी 80 बेड में पाइप से मेडिकल ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है. इसके साथ ही 4 मैनिफोल्ड संलग्न है. जिनसे 16 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर जोड़े जा सकते हैं. टाटा स्टील की तरफ से दवाइयां, पीपीई किट, बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन, मरीजों के लिए खाना-पीना, केंद्र की साफ-सफाई के साथ-साथ व्हीलचेयर, स्ट्रेचर और एंबुलेंस का भी प्रावधान किया गया है.
इस केंद्र में टाटा स्टील प्रबंधन की ओर से 2 डॉक्टरों की टीम के साथ 10 नर्सिंग स्टाफ, 10 सफाई कर्मचारियों सहित 3 टेक्निकल स्टॉफ को तैनात किया गया है. जिला प्रशासन रामगढ़ की ओर से दो दंडाधिकारी, चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए 3 चिकित्सा पदाधिकारी, 4 नर्सिंग स्टाफ और सुरक्षा जवानों की ड्यूटी लगाई गई है.
ग्रामीण चिकित्सा व्यवस्था होगी मजबूत
राज्य सरकार सभी जिला, प्रखंड और पंचायतों में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए कार्य योजना तैयार कर रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सर्किट बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है. जिसके फलस्वरूप स्थिति बेहतर हो सकेगी. सरकार की ओर से सभी प्रखंडों में 2-2 एंबुलेंस उपलब्ध कराए जाने की योजना है. इसके अलावा सभी जिलों में मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के लिए ऑक्सीजन बैंक बनाने की तैयारी है. ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से कोविड जांच की व्यवस्था राज्य सरकार करने जा रही है.
प्रारंभिक दौर में ही मरीजों का इलाज
आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा वर्कर, एसएचजी की महिलाओं के सहयोग से बीमार लोगों का इलाज के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पल्स ऑक्सीमीटर, स्वास्थ्य किट और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. ताकि प्रारंभिक दौर में ही मरीजों को उपचार मिल सके. ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन से पहले कोरोना जांच बढ़े इसके लिए 20 लाख रैपिड एंटीजन किट मुहैया कराया गया है.