रांची/जमशेदपुरः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र 2023 की शुरूआत हो चुकी है. उनके अभिभाषण में सरकार के फ्यूचर प्लान की झलक दिख चुकी है. दूसरी तरफ दोनों सदनों में पेश आर्थिक सर्वे के मुताबिक साल 2022-23 में विकास दर 7 फीसदी रहने का अनुमान है. अब देश के बजट की बारी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार यानी 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. बजट का प्रभाव हर आम और खास पर पड़ता है. इसके जरिए देश का आर्थिक विकास सुनिश्चित होता है. लेकिन बजट पेश होने से पहले ही राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आने वाले बजट की तुलना कथनी और करनी से की है. जमशेदपुर में उन्होंने कहा कि बहुत बोला जाता है, होता कुछ और है. आता कुछ और है. उन्होंने कहा कि क्या किसी को मालूम था कि एयरपोर्ट बिकेंगे. क्या किसी को मालूम था कि देश के पोर्ट बिक जाएंगे. क्या किसी को मालूम था कि जीएसटी की अवधि नहीं बढ़ेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या किसी को मालूम था कि महंगाई इतनी बढ़ जाएगी. दूसरी तरफ राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में मेट्रो नेटवर्क, ग्रीन ग्रोथ, रेलवे का आधुनिकीकरण, किसानों पर फोकस, गरीब परिवारों को साफ पेयजल, डिजिटल इंडिया से पारदर्शिता पर जोर दिया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार देश के विकास के लिए जिस स्पीड और स्केल पर काम कर रही है, वह अभूतपूर्व और अतुलनीय है.
आम बजट पर गैर एनडीए दलों की तरफ से शुरू हो चुके कटाक्ष के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बजट सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष में तकरार होगी. साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी है कि विपक्षी सदस्य तैयारी के साथ तकरीर भी करेंगे. अब देखना है कि बुधवार को बजट पेश होने के बाद झारखंड के गैर भाजपाई दल क्या प्रतिक्रिया देते हैं.