रांची: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश के अलग-अलग इलाकों में फंसे प्रवासियों को वापस झारखंड लाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने औद्योगिक घरानों से सहयोग मांगा है. उन्होंने कॉरपोरेट घरानों से आग्रह करते हुए कहा कि जो श्रमिक अपने घर वापस आना चाहते हैं, उन्हें झारखंड भेजने में राज्य सरकार का सहयोग करें.
इस बाबत मुख्यमंत्री सोरेन ने सोमवार की सुबह एक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने अपने प्रवासी कामगारों को लद्दाख और अंडमान जैसे दुर्गम स्थानों से वापस लाने की ईमानदार कोशिश की है. उन्होंने कहा है कि अभी भी ऐसे दुर्गम स्थान हैं, जहां सैकड़ों झारखंडवासी फंसे हुए हैं. सीएम ने औद्योगिक घरानों से अपील करते हुए कहा है कि उद्योगों और कॉरपोरेट घरानों से उनका विनम्र आग्रह है कि जो श्रमिक अपने घर वापस आना चाहते हैं, उन्हें झारखंड भेजने में राज्य सरकार का सहयोग करें.
ये भी पढ़ें- 67 दिनों बाद टाटानगर रेलवे स्टेशन से पहली ट्रेन दानापुर के लिए हुई रवाना, यात्रियों में खुशी
बता दें कि पिछले हफ्ते देश के अलग-अलग इलाकों से फंसे मजदूरों को झारखंड सरकार ने बकायदा एअरलिफ्ट किया. अंडमान-निकोबार, लेह और लद्दाख जैसे दुर्गम स्थानों से एअरलिफ्ट कर राज्य के अलग-अलग इलाकों तक उन्हें पहुंचाया गया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अब तक 4 लाख 58 हजार प्रवासी लौट चुके हैं और उनके वापस लौटने का सिलसिला अभी तक जारी है.